अमरावती प्रतिनिधि/दि.२२ – रिपब्लिकन टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी तथा बार्क के अधिकारी पार्थो दासगुप्ता के बीच हुई वाटसऍप चैट के लीक हो जाने से पता चल रहा है कि, पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा बालाकोट में की गई जवाबी कार्रवाई के बारे में अर्णब गोस्वामी को पहले से ही जानकारी थी. ऐसे में यह अपने आप में एक बेहद गंभीर मामला है कि, आखिर ऐसी संवेदनशिल और गोपनीय जानकारी किसी पत्रकार के पास पहले से कैसे हो सकती है. अत: इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए अर्णब गोस्वामी के खिलाफ कडी कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया जाना चाहिए. इस आशय की मांग शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा जिलाधीश शैलेश नवाल को सौंपे गये ज्ञापन में की गई है.
कांग्रेस के शहराध्यक्ष व मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत के नेतृत्व में सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया कि, भारतीय सेना द्वारा किये जानेवाले किसी भी अभियान की जानकारी पत्रकार अर्णब गोस्वामी के पास तीन दिन पहले से उपलब्ध थी. इसका सीधा मतलब है कि, सरकार में बैठे कुछ लोग रक्षा जैसे मसलोें की जानकारी को लीक कर रहे है. इसके अलावा अर्णब गोस्वामी ने अपने टीवी चैनल के लिए दूरदर्शन की सैटेलाईट फ्रिक्वेन्सी को गैरकानूनी तरीके से उपयोग में लाते हुए प्रसार भारती को करोडों रूपयों का नुकसान पहुंचाया. इस बात की भी सघटनतापूर्वक जांच की जानी चाहिए, लेकिन ऐसे तमाम मामले सामने आने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा अर्णब गोस्वामी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. बल्कि उसकी करतूतों पर पर्दा डालते हुए उसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, अर्णब गोस्वामी सहित उसका साथ देनेवाले हर एक व्यक्ति के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाये.
ज्ञापन सौंपते समय स्थानीय विधायक सुलभा खोडके, कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, पूर्व उपमहापौर शेख जफर, पार्षद सलीम बेग युसुफ बेग, प्रशांत डवरे, प्रदीप हिवसे, निलीमा काले, मंजुश्री महल्ले, वंदना कंगाले, शोभा शिंदे, अस्मा फिरोज खान, सुनिता भेले, हाफीजाबी युसुफ शाह, हाफीजाबी नूर खान, स्वीकृत पार्षद अनिल माधोगढिया, विधानसभा क्षेत्र प्रमुख सलीम मीरावाले सहित अब्दूल वसीम, आसीफ अली, रज्जुबाबा, अतुल कालकोेंडे, नीरज मेश्राम, मनीष पावडे, सतीश भेले, राजेश ठाकुर, संजय वाघ, डॉ. जुबेर अहमद, देवेंद्र पोहोकार, मोहम्मद निजाम, योगेश सोलंके, नसीम खान, अशफाक खान, राजा बांगडे, शुभम ईसल, शेख सईद लीडर, निलेश गुहे, फिरोज शाह, देवयानी कुर्वे, समीर जवंजाल, योगेश बुंदिले, ऋग्वेद सरोदे, संकेत कुलट, सागर कलाने, गुड्डू हमीद, प्रथमेश गवई, आदित्य साखरे, तन्मय मोहोड, योगेश गावंडे, डॉ. मतीन अहमद, डॉ. जावेद साबीर, खोजयम्मा खुर्रम, दीपकसिंह सलुजा, विकास तानोलकर, अब्दूल रफीक उर्फ रफ्फू, संजय बाकडे, प्रकाश पहुलकर, भैय्यासाहब निचल, राजा चौधरी, दीपक लोखंडे, अरूण रामेकर, भोजू रायलीवाले, सैय्यद तुरोद्दीन, अफसर आलम, शमसुन्नीसा बाजी, अनिला काजी, वंदना थोरात, जयश्री वानखडे, देवदत्त गेडाम आदि उपस्थित थे.