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बच्चे का गर्म दाग देकर इलाज करनेवाले पर हो कठोर कार्रवाई

  •  पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने दिये निर्देश

  • मेलघाट में जनजागृति अभियान चलाने भी कहा

अमरावती/प्रतिनिधि दि.4 – गत रोज आदिवासी बहुल मेलघाट में एक छोटे बच्चे के पेट पर लोहे की गर्म सलाख से दाग देते हुए उसका इलाज करने का अघोरी व अमानवीय मामला सामने आया है. जिसमें इस बच्चे की स्थिति काफी गंभीर हो गयी है. ऐसे में इस तरह का अघोरी इलाज करनेवाले लोगों पर कार्रवाई करने के साथ ही भविष्य में ऐसे मामले दुबारा घटित न हो, इस हेतु मेलघाट में लगातार जनजागृति कार्यक्रम चलाया जाये. इस आशय का निर्देश राज्य की महिला व बालकल्याण मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने स्वास्थ्य प्रशासन को दिये है.
बता दें कि, चिखलदरा तहसील अंतर्गत खटकाली गांव निवासी राजरत्न जामुनकर नामक तीन वर्षीय बच्चा विगत एक सप्ताह से बीमार था और उसके माता-पिता ने धामणगांव गढी निवासी निजी डॉक्टर के यहां उसका इलाज करवाया. किंतु इसके बावजूद स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं होने पर बच्चे के माता-पिता उसे भूमका यानी तांत्रिक के पास ले गये और इस भूमका ने इलाज के नाम पर इस बच्चे के पेट पर गर्म लोहे से दाग दिया. जिससे बच्चे के पेट पर गंभीर जख्म होने के साथ ही उसकी स्थिति और भी अधिक बिगड गई तथा इस बच्चे को जिला सामान्य अस्पताल के अतिदक्षता विभाग में इलाज हेतु भरती कराया गया. इस घटना की जानकारी मिलते ही पालकमंत्री यशोमति ठाकुर तुरंत इर्विन अस्पताल पहुंची और उन्होंने बच्चे का हालचाल जानने के साथ ही उसके माता-पिता व डॉक्टरों से भी संवाद साधा.
इस समय पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, इस घटना हेतु जवाबदार व्यक्तियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाये. साथ ही मेलघाट के आदिवासियों को स्वास्थ्य एवं शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाये, ताकि वे अंधश्रध्दा के मकडजाल से बाहर निकले. इसके अलावा मेलघाट के विभिन्न गांवों में रहनेवाले भूमका बाबाओं के खिलाफ भी प्रभावी अभियान चलाया जाये.

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