४.५० लाख की रिश्वत लेने पर उपजिलाधिकारी सहित तीन लोगों पर कार्रवाई
एंटी करप्शन दल की कार्रवाई
परभणी/दि.८ – यहां के गंगाखेड में विकास कार्यों को प्रशासकीय मान्यता दिलाने के लिए ४.५० लाख रुपयों की रकम स्वीकारने के मामले में एंटी करप्शन दल की टीम ने ८ सितंबर को परभणी की निवासी उपजिलाधिकारी स्वाति सूर्यवंशी सहित परभणी नगरविकास विभाग के अव्वल कारकून श्रीकांत करभाजने और गंगाखेड नप के स्थापत्य अभियंता अब्दुल हकीम अब्दुल खय्युम को हिरासत में लिया है. तीनों के खिलाफ नया मोंढा पुलिस थाने में अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. पता चला है कि गंगाखेड विकास कार्यो को प्रशासकीय मान्यता दिलाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में नगर परिषद की ओर से दाखिल किए गए प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने के लिए प्रस्ताव की रकम की देढ फीसदी रकम ४ लाख ५० हजार रुपए देने की मांग शिकायतकर्ता से की गई थीं. इस संबंध में शिकायतकर्ता ने ७ अगस्त को एंटी करप्शन ब्यूरो के पास शिकायत दर्ज करायी.
जिसके बाद पूरी जांच पड़ताल करने के बाद ८ सितंबर को एसीबी की टीम ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में जाल बिछाया. इस दौरान अव्वल कारकून श्रीकांत करभाजने के कहने पर गंगाखेड नप के स्थापत्य अभियंता अब्दुल हकीम अब्दुल खय्युम ने शिकायतकर्ता से साढेचार लाख रुपयों की रिश्वत स्वीकार की. यह रिश्वत निवासी उपजिलाधिकारी स्वाति सूर्यवंशी के कहने पर स्वीकार करने की बात दोनों ने कबूल की. जिसके बाद तीनों आरोपियों को एसीबी के दल ने रकम सहित हिरासत में लिया.
यह कार्रवाई एंटी करप्शन दल की पुलिस अधीक्षक कल्पना बारवकर, अप्पर पुलिस अधीक्षक अर्चना पाटील के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक भरत हुंबे, पुलिस निरीक्षक अमोल कडू, कर्मचारी जमीलोद्दीन जहागीरदार, शेख शकील, अनिल कटारे, मािणक चट्टे, अनिरुद्ध कुलकर्णी, सचिन धबडगे, शेख मुखीद, मुख्तार, सारिका टेहरे, जनार्दन कदम, रमेश चौधरी ने की.