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निगेटीव रिपोर्ट को व्हाईटनर लगाकर किया पॉजीटीव

छुट्टियों को फायदा उठाने मनपा कर्मियों का ऐसा भी फर्जीवाडा

  • पंद्रह दिन आराम करने और सवैतनिक अवकाश मिलने चलाया दिमाग

अमरावती/प्रतिनिधि दि.12 – विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर सहित जिले में फर्जी कोविड टेस्ट रिपोर्ट का मामला लगातार चर्चा में चल रहा है. जिसके तहत आरोप लगाया गया कि, कई सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों ने सवैतनिक अवकाश के साथ ही कोविड बीमा पॉलीसी का लाभ लेने के लिए कुछ निजी पैथोलॉजी लैब के साथ मिलीभगत करते हुए फर्जी तरीके से अपनी कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव दर्शायी. हालांकि इसमें से अब तक एक भी मामला सत्य साबित नहीं हुआ है और आरोप लगानेवाले लोगों द्वारा अब तक अपने आरोपोें के संदर्भ में कोई सबूत भी पेश नहीं किया गया है. वहीं इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल द्वारा अपने स्तर पर की गई पडताल में एक बहूत ही रोचक व सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है. जिसके मुताबिक अमरावती महानगरपालिका के कुछ कर्मचारियों ने अपनी कोविड टेस्ट रिपोर्ट निगेटीव आने के बाद निगेटीव शब्द पर व्हाईटनर लगाते हुए वहां पॉजीटीव लिख दिया, ताकि उन्हें होम आयसोलेशन के तहत पंद्रह दिनों तक घर पर रहने की छुट्टी मिल जाये और इन पंद्रह दिनों का वेतन भी मिले.
हमारे द्वारा की गई पडताल में पता चला है कि, मनपा के करीब तीन-चार कर्मचारियों द्वारा ही ‘विथ पेमेंट हॉलीडे’ मिलने हेतु यह ‘दिमाग’ दौडाया गया था. हालांकि इसमें से किसी ने भी बीमा क्लेम नहीं किया है, क्योंकि छुट्टी के लिए व्हाईटनर लगाकर खुद को पॉजीटीव दिखाने के पीछे इन कर्मचारियों का उद्देश्य केवल काम से छुट्टी प्राप्त करना था. किंतु इसे भी अपने आप में बेहद संगीन और गंभीर मामला कहा जा सकता है, क्योंकि इन दिनों कई मनपा कर्मचारी सच में कोविड पॉजीटीव पाये गये है. जिनमें से कुछ पर कोविड अस्पतालों में इलाज चल रहा है, वहीं कई लोग होम आयसोलेशन में रखे गये है. ऐसे में मनपा के विभिन्न विभागों में अधिकारियों व कर्मचारियों की पहले ही कमी देखी जा रही है. वहीं कुछ कर्मचारी काम के बोझ से बचने हेतु अपनी निगेटीव रिपोर्ट पर व्हाईटनर लगाकर खुद ही अपने आप को कोविड पॉजीटीव दिखा रहे है, ताकि उन्हेें छुट्टी मिल जाये.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इससे पहले कोरोना संक्रमण काल के पहले दौर में भी ऐसे एक-दो मामले पकडे गये थे. जिसके बाद संबंधितों के खिलाफ उनके महकमे द्वारा कार्रवाई भी की गई थी. ऐसे में अब यह देखनेवाली बात होगी कि मनपा द्वारा अपने इन ‘अति दिमागदार’ कर्मचारियों के खिलाफ कौन से कदम उठाये जाते है.

 

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  • मामले की जांच करेंगे, कोई बख्शा नहीं जायेगा

इस मामले में प्रतिक्रिया हेतु संपर्क करने पर मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे ने कहा कि, फिलहाल उनकी जानकारी में ऐसा कोई मामला नहीं आया है, लेकिन इसकी पूरी जांच की जायेगी और यदि इसमें कोई भी दोषी पाया जाता है, तो संबंधितों के खिलाफ बेहद कडी से कडी कार्रवाई की जायेगी. इस कार्रवाई में किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा.

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