अमरावतीमुख्य समाचार

शहर और परिसर में अचानक आंधी-तूफान, तेज बरसात

मौसम कभी धूप, कभी छांव

* अप्रैल में बारिश का सीजन
* तेज हवाओं से उडे पंडाल, उखडे पेड, टूटे बैनर, बिलबोर्ड
अमरावती/दि.7- शहर और परिसर में आज दोपहर डेढ बजे अचानक मौसम ने करवट बदली. आसमान में मेघ इस अंदाज में छा गए कि भरी दोपहर को ही शाम होने का आभास हो गया. थोडी ही देर में बादलों की गडगडाहट और दमकती बिजली के बीच तेज बरसात शुरु हो गई. करीब आधा घंटा मेघ बरसते रहे. उधर मौसम तज्ञ का कहना है कि, विदर्भ के अनेक भागों से बारिश का समाचार मिल रहा है. शनिवार को भी मौसम का यह अंदाज कायम रहेगा और अधिकांश भागों में मध्यम से तेज बरसात होगी. एक सूचना के अनुसार नागपुर में आंधी-तूफान आ सकता है.
* तेज हवाओं से उडे पंडाल
शहर और परिसर में इधर वलगांव तथा उधर बडनेरा तक अनेक भागों में न केवल बेमौसम बरसात हो गई, बल्कि तेज हवाओं ने हनुमान जयंती और अन्य कार्यक्रमों के लिए लगाए गए पंडाल उखाड दिए. शहर के कई भागों से पेडों के धराशाही होने का भी समाचार मिल रहा है. सिपना कॉलेज परिसर में डिपेक्स 2023 के लिए लगाया गया विशाल पंडाल उखड गया. विज्ञान प्रदर्शनी को कॉलेज के ऑडिटोरियम में शिफ्ट करना पडा, जिसका औपचारिक उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आभासी अंदाज में कुलगुरु की उपस्थिति में करने वाले हैं.
* बडे नुकसान की खबर नहीं
कई जगहों पर अंधड के कारण छोटे-बडे नुकसान का भी अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है. बता दें कि ठीक सप्ताहभर पहले धारणी में अचानक आंधी-तूफान और तेज बरसात ने कहर ढाया था. आज अमरावती और आस-पास के इलाकों में प्रकृती का वैसा ही रुप देखने मिला. इन पंक्तियों के लिखे जाने तक जानमाल के बडे नुकसान की खबर नहीं है. माहे रमजान रहने से जुम्मे की नमाज अदा करने पहुंचे रोजेदारों को जरुर दिक्कत का मुकाबला करना पडा.
* विदर्भ में कहीं धूप कहीं छांव
अप्रैल माह में तेज गर्मी का एहसास होने लगा था कि, फिर बादलों ने आसमान में डेरा डाल दिया. जिससे विदर्भ के कई भागों में पारा भले ही 40 डिग्री हो रहा है. किंतु मेघ सूरज की तपीश कुछ मात्रा में ही सही कम रहे है. हालांकि मौसम विभाग ने वाशिम, नागपुर, गोंदिया सहित कुछ भागों में शुक्रवार और शनिवार को बारिश का अंदाजा व्यक्त किया है. इस बीच अकोला, चंद्रपुर में तेज धूप असर दिखाती लग रही है.
मौसम तज्ञों के मुताबिक भारत के दक्षिण में दो उच्चदाब के क्षेत्र बन गए है. उत्तर कर्नाटक की तरफ बना साक्लोनिक सरक्युलेशन दक्षिण तमिलनाडू के वेल्लोर तक आगे बढ रहा है. चक्राकार पद्धति से हवा बह रही है. यह हवा बंगाल की खाडी और अरब सागर की आर्द्रता लेकर बहने से महाराष्ट्र के आसमान में बादलों का डेरा बढा है. जिससे बेमौसम बारिश की आशंका व्यक्त की जा रही. अगले दो दिन 7 और 8 अप्रैल को कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि के आसार बताए जा रहे. विदर्भ में ओलावृष्टि की संभावना कम है, मगर हल्की बारिश हो सकती है.
इधर अप्रैल मास आरंभ होने के साथ अकोला, चंद्रपुर, ब्रम्हपुरी में पारा 40 डिग्री पार हुआ है. वाशिम, यवतमाल, वर्धा में 39 तथा अमरावती, गोंदिया में 38 डिग्री तक जा पहुंचा है. न्यूनतम तापमान भी अब बढ रहा है. 26 डिग्री तक रात का तापमान दर्ज किया जा रहा, फिर भी मौसम विशेषज्ञ का मानना है कि बादलों के कारण गर्मी का असर कम है.

* अकोला में गारपीट
दोपहर को प्राप्त ताजा सूचनाओं के अनुसार पश्चिम विदर्भ के कमोबेश सभी जिलों में मौसम बदल गया और तेज बरसात हो गई. मौसम विशेषज्ञ प्रा. अनिल बंड ने बताया कि, वाशिम, अकोला, बुलढाणा सभी तरफ अधिकांश स्थानों पर मध्यम से तेज बरसात का समाचार मिल रहा है. अकोला जिले के कुछ गांवों में दोपहर को ओलावृष्टी भी हुई है. तथापि जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है. मौसम का ऐसा हाल कल भी रहने वाला है. जबकि नागपुर संभाग में शनिवार को काफी तेज बरसात व आंधी-तूफान का अंदेशा मौसम तज्ञों ने जताया है.

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