* मामला दो शिवसेना का
* पक्ष प्रमुख चुनाव भी लेने दें
मुंबई/दि.8- उद्धव बालासाहब ठाकरे शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज दोपहर अपने बंगले मातोश्री में पत्रकार परिषद लेकर पहले सर्वोच्च न्यायालय व्दारा शिवसेना विभाजन पर फैसला आने देने तत् पश्चात चुनाव आयोग व्दारा धनुष्य बाण चुनाव निशानी पर निर्णय करने की मांग उपस्थित की. उन्होंने चुनाव आयोग से पक्ष प्रमुख पद का चुनाव करवाने की भी इजाजत चाही हैं. उद्धव ठाकरे का पक्ष प्रमुख पद का कार्यकाल गत 23 जनवरी को पूर्ण हो गया है.
* लोकशाही को बचाएं
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, गद्दारों ने शिवसेना पर किया दावा विकृती हैं. वे दूसरी शिवसेना को नहीं मानते. राज्य में एक ही शिवसेना है. केवल चुनकर आए जनप्रतिनिधि अर्थात पार्टी नहीं रहती. शिवसेना का एक संविधान है. उस संविधान पर पक्ष चलता है. केवल चुनकर आए लोगों से पार्टी का भविष्य बनेगा तो कल जाकर कोई भी पैसे के बल पर जनप्रतिनिधियों की खरीदी कर पार्टी पर दावा कर सकता हैं. इससे लोकशाही नहीं बचेगी. चुनाव आयोग पर लोकतंत्र बचाने की जिम्मेदारी हैं.
* एकनाथ शिंदे पैसे के बल पर सीएम
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, चुनाव आयोग व्दारा मांगे जाने पर हमने लाखों सदस्यों के प्रतिज्ञापत्र प्रस्तुत किए. केवल गद्दारों ने दावा किया, इसलिए पक्ष को प्रतिबंधित न करें. अब संविधान के अनुसार पक्ष प्रमुख पद का चुनाव करवाने आयोग मान्यता दें. बालासाहब ठाकरे रहते उद्धव ने ही शिवसेना पक्ष प्रमुख पद तैयार किया था. बीते अनेक वर्षो से वे इस पद पर कार्य कर रहे हैं. शिवसेना में मुख्य नेता पद नहीं है जिससे एकनाथ शिंदे का दावा असंवैधानिक है.
* 16 विधायक होंगे अपात्र
उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे सहित शिवसेना के 16 विधायक अयोग्य ठहराए जाएंगे. सर्वोच्च न्यायालय का फैसला होने के बाद चुनाव आयोग को निर्णय करना चाहिए, ऐसी अपेक्षा उद्धव ठाकरे ने व्यक्त की. उन्होंने कहा कि, आगामी 14 फरवरी से सर्वोच्च न्यायालय शिवसेना के मामले में नियमित सुनवाई करने जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि शिंदे गट ने शिवसेना के विप का उल्लघंन किया है इसलिए अब वे अयोग्य ठहराए जाएंगे.