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सुले, सरदेसाई, पवार ने किया राउत की रिहाई का स्वागत

बताया संघर्षशील लीडर

* शिवसेना का बाघ सलाखों से बाहर
मुंबई./दि.9 – शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे के प्रमुख नेता और बेबाक प्रवक्ता संजय राउत को अंत: 100 दिनों पश्चात पीएमएलए कोर्ट ने पत्राचाल सोसायटी घोटाले में ईडी और जांच एजेंसियों की एक न सुनते हुए जमानत दे दी. राउत को जमानत मंजूर होने की खबर का राकांपा और अन्य नेता स्वागत कर रहे हैं. उसी प्रकार संजय राउत की माताजी सविता राउत के मारे खुशी के आंसू निकल आये. इधर सुप्रिया सुले ने अदालत के निर्णय का स्वागत किया.
* सुप्रिया सुले ने ली पत्रकार परिषद
राकांपा नेता शरद पवार की सुपुत्री सुप्रिया सुले ने बाकायदा पत्रकार परिषद लेकर संजय राउत, अनिल देशमुख और नवाब मलिक को संघर्षशील नेता बताया. सुले ने खुशी जताई कि, एक-एक कर इन नेताओं को अब जमानत मिल रही है. यह नेतागण अनेक दशकों से लोगों की सेवा करते आये हैं. बाहर निकलकर फिर जनसेवा के काम को शुुरु कर देंगे.
* गिरफ्तारी गलत
सुले ने देशमुख, मलिक और राउत को जिस पद्धति से गिरफ्तार किया गया, उसे गलत बताया. उन्होंने कहा कि, जीवन में सभी को संघर्ष करना पडता है. हमे न्याय व्यवस्था पर विश्वास था. कोर्ट ने न्याय किया, इस बात का सुले ने आनंद व्यक्त किया. उन्होंने यह भी कहा कि, वे जो कहती है ऑन रिकॉर्ड कहती है. संसद हो या बाहर हम सभी जगह जनप्रतिनिधि हैं. यशवंतराव चव्हाण का आदर्श लेकर शरद पवार राजनीति में काम करते हैं.
* प्रदेश की जनता आनंदित
युवा सेना के सचिव वरुण सरदेसाई ने शिवसेना के लडाकू बाघ और मुलुख मैदानी तोफ संजय राउत को जमानत मिलने से केवल शिवसैनिक नहीं, तो राज्य की जनता को खुशी होने का दावा किया. सरदेसाई ने कहा कि, संजय राउत 100 दिन जेल में रहे, मगर झुके नहीं. इस बात का हमें आनंद है. यह जमानत पहले हो जाती किंतु जानबूझकर समय जाया किया गया.
* रोहित पवार भी खुश
राकांपा के विधायक रोहित पवार भी संजय राउत के बाहर आने पर खुश दिखाई दिये. पवार ने कहा कि, संजय राउत अपनी भूमिका बहुत बेबाकी और मजबूती से रखते आये हैं. उन पर अन्याय हुआ है. फिर भी वे मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे.

* जांच और एजेन्सियों का किया मुकाबला
आदित्य ठाकरे ने न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया. वे बोले की यह निर्णय लोकशाही के लिए अच्छा है. प्रत्येक शिवसैनिक आनंदित है. आदित्य ने आरोप लगाया कि, सरकार के खिलाफ बोलने पर जांच का पचडा पीछे लगा दिया जाता है. जेल में डालने की धमकी दी जाती है. सच बोलने वाले, समस्या उठाने वाले नेताओं को तकलीफ दी जा रही है. संजय राउत डरपोक नहीं, भागे नहीं, जांच का सामना किया, कार्रवाई सहन की. संजय राउत संघर्षशील नेता है.

* मां की आंखों में आंसू
संजय राउत को विशेष कोर्ट द्बारा जमानत दिये जाने की खबर मिलते ही राउत परिवार ने खुशी की लहर दौड गई. उनकी माताजी सविता राउत ने घर की खिडकी से राउत समर्थकों के सामने खुशी व्यक्त की. सभी ने गौर किया कि, मातोश्री सविता राउत के नेत्र सजल हो गये हैं. उन्होंने खुब आनंद होने की प्रतिक्रिया दी.

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