लॉकडाउन पर प्रशासन का साथ दें सभी
पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने किया आवाहन

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संक्रमण की चेन तोडने लॉकडाउन को बताया जरूरी
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प्रशासन से किया 8 मार्च के बाद धीरे-धीरे बाजार खोलने का निवेदन
अमरावती प्रतिनिधि/दि.३ – कोई भी सरकार अथवा प्रशासन कभी भी लॉकडाउन लगाने जैसा कोई निर्णय नहीं लेना चाहती, क्योेंकि ऐसा करने से बडे पैमाने पर राजस्व से होनेवाली आय पर परिणाम पडता है. लेकिन इसके बावजूद आम जनता को सुरक्षित रखने हेतु स्थानीय प्रशासन द्वारा आगामी 8 मार्च तक लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया गया है. यह फैसला जिले के सभी लोगों की भलाई के लिए है. इस बात को समझते हुए सभी लोगों ने लॉकडाउन संबंधी नियमों का बेहद कडाई से पालन करना चाहिए, ताकि कोरोना संक्रमण की चेन को तोडा जा सके. इस आशय का आवाहन पूर्व जिला पालकमंत्री तथा विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील द्वारा किया गया.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों कई जनप्रतिनिधियों एवं व्यापारी संगठनों द्वारा लॉकडाउन का विरोध करते हुए प्रशासन का निषेध किया जा रहा है. साथ ही कोविड की संक्रामक महामारी को लेकर कई तरह की बातें चल रही है. ऐसी तमाम बातों को पूरी तरह से गैर जरूरी बताते हुए पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने कहा कि, इस समय सभी जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन के पक्ष में ेपूरी मजबुती के साथ खडे रहना चाहिए और पूरी गंभीरता के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए आम जनता को कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करने हेतु जागरूक करना चाहिए, ताकि विगत 10-11 माह से कोविड प्रतिबंधात्मक कामों में लगातार लगे हुए जिला प्रशासन को कुछ राहत मिले. पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे के मुताबिक विगत एक वर्ष से जिलाधीश, मनपा आयुक्त व पुलिस आयुक्त लगातार कोविड प्रतिबंधात्मक कामों में व्यस्त है. इस चक्कर में प्रशासनिक कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. हालांकि सभी प्रशासनिक महकमों द्वारा कोविड संबंधी कामकाज के साथ-साथ अपने नियमित कामों को भी जिम्मेदारीपूर्ण ढंग से पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में सभी लोगोें को चाहिए की प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियोें की समस्याओं व दिक्कतोें को भी समझा जाये और उनका साथ दिया जाये. ताकि सभी के साझा सहयोग से कोविड संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित किया जा सके.
पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे के मुताबिक कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लागू किये गये लॉकडाउन की वजह से आम लोगोें की रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पडा है और रोजगार भी प्रभावित हुआ है. लेकिन सभी लोगों को यह समझना होगा कि, इस समय प्रशासन के पास सभी की जान बचाने हेतु लॉकडाउन लगाने के अलावा अन्य कोई पर्याय भी नहीं था. ऐसे में सभी लोगोें को चाहिए कि, इस समय 8 मार्च तक लागू किये गये लॉकडाउन को नियमोें का पालन करते हुए सफल बनाया जाये, ताकि 8 मार्च के बाद प्रशासन को लॉकडाउन बढाने की नौबत का सामना न करना पडे. वहीं प्रशासन को भी चाहिए कि, आम जनता की तकलीफों को देखते हुए 8 मार्च के बाद लॉकडाउन को आगे ने बढाया जाये, बल्कि चरणबध्द ढंग से अनलॉक की प्रक्रिया को आगे बढाया जाये. इसके तहत रोजाना सुबह 11 शाम 8 बजे तक बाजार को खुला रखा जाये और रात 9 बजे से कडा नाईट कर्फ्यू लागू किया जाये. इसी तरह थोक सभी बाजार में रोजाना सुबह करीब ढाई से तीन हजार लोगों की भीडभाड उमड आती है. इस स्थिति को भी नियंत्रित करने हेतु आवश्यक कदम उठाये जाये.
इसके साथ ही पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने कहा कि, कोविड रिपोर्ट पॉजीटीव आने के बाद अपने घरों पर ही होम आयसोलेशन में रखे गये एसिम्टोमैटिक यानी लक्षण विरहित मरीजों को भी चाहिए कि, वे आयसोलेशन की अवधि के दौरान पूरा समय अपने घरों पर ही रहे, ताकि उनके संपर्क में आने की वजह से कोई अन्य कोविड संक्रमण की चपेट में न आये. साथ ही उन्होंने लॉकडाउन का विरोध कर रहे व्यापारियों से भी कहा कि, वे फिलहाल कुछ समय तक संयम बनाये रखे. क्योंकि लॉकडाउन के बाद जब दुकाने खुलेंगी, तो जिसे जिस सामान की जरूरत होगी, वह बाजार में आकर खरीददारी जरूर करेगा. अत: किसी का कोई नुकसान नहीं होगा.