आत्मदहन आंदोलन को विद्यार्थी वाहतुक संघ का समर्थन

अमरावती/प्रतिनिधि दि.21 – समूचे राज्य में विगत 20 माह से सभी शालाएं बंद है. ऐसे में विद्यार्थियों को घरों से स्कूल तक पहुंचानेवाले शालेय बस, वैन व ऑटोचालकों को बेरोजगारी व भूखमरी का सामना करना पड रहा है. इस ओर बार-बार ध्यान दिलाये जाने के बावजूद सरकार द्वारा शालेय वाहतुकदारों की अनदेखी की जा रही है. जिसके चलते कल 22 अक्तूबर को पुणे स्थित विधान भवन के समक्ष शालेय वाहतुकदारों द्वारा सामुहिक आत्मदहन आंदोलन किया जा रहा है. जिसे अमरावती जिले के शालेय वाहतुक संघ द्वारा खुले तौर पर अपना समर्थन दिया जा रहा है. साथ ही यदि जल्द ही शालेय वाहतुकदारों को न्याय नहीं मिलता है, तो ऐसे आंदोलन समूचे राज्य में किये जायेंगे. इस आशय की चेतावनी शालेय विद्यार्थी वाहतुक संघ द्वारा जिलाधीश को सौंपे गये निवेदन में दी गई है.
जिलाधीश को निवेदन सौंपते समय शालेय विद्यार्थी वाहतुक संघ के अध्यक्ष बंडू कथिलकर, उपाध्यक्ष राहुल इंगले व सचिव देवेंद्र बोंडे उपस्थित थे.