तैलिक महासभा ने किया सांकेतिक अनशन
ओबीसी आरक्षण को जल्द लागू करने की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन
-
जिलाधीश के मार्फत सरकार को भेजा गया ज्ञापन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२ – सुप्रीम कोर्ट द्वारा विगत 28 मई को दिये गये फैसले के चलते महाराष्ट्र की स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं में ओबीसी समाज को मिलनेवाला 27 फीसदी राजनीतिक आरक्षण खत्म हो गया है, क्योंकि राज्य सरकार द्वारा अदालत के समक्ष इम्पिरिकल डेटा पेश नहीं किया गया. जिसकी वजह से ओबीसी समाज को अन्याय का सामना करना पड रहा है. इस आशय का आरोप लगाते हुए इस फैसले का निषेध करने हेतु महाराष्ट्र प्रांतिक तैलिक महासभा द्वारा राज्यव्यापी सांकेतिक अनशन किया गया. जिसके तहत महासभा की स्थानीय शाखा द्वारा जिलाधीश कार्यालय के सामने बैठकर एक दिवसीय भूख हडताल की गई. साथ ही एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा जिलाधीश के मार्फत राज्य एवं केंद्र सरकार को निवेदन भी भेजा गया.
इस निवेदन में कहा गया कि, ओबीसी आरक्षण को लागू करने के साथ-साथ मंडल आयोग की सिफारिशों को भी लागू किया जाये और ओबीसी समाज की स्वतंत्र तौर पर जनगणना की जाये. इसके अलावा जब तक ओबीसी समाज को राजनीतिक आरक्षण नहीं प्राप्त होता, तब तक राज्य में किसी भी तरह का चुनाव अथवा उपचुनाव न लिया जाये.
जिलाधीश कार्यालय के सामने महाराष्ट्र प्रांतिक तैलिक महासभा द्वारा लगाये गये अनशन पंडाल को पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख सहित कई गणमान्यों द्वारा सदिच्छा भेट दी गई. इस आंदोलन में प्रांतिक तैलिक महासभा के मार्गदर्शक चंद्रशेखर जावरे, विभागीय अध्यक्ष संजय हिंगासपुरे, जिलाध्यक्ष बाबासाहब लोहारे, शहराध्यक्ष विजय शिरभाते, महिला जिलाध्यक्ष किरण गुलवाडे, शहराध्यक्ष लीना जावरे, महिला युवा शहराध्यक्ष सविता भागवत, युवा शहराध्यक्ष स्वप्नील खेडकर, सेवा आघाडी के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ. संजय शिरभाते, विभागीय अध्यक्ष किशोर जिरापुरे सहित सर्वश्री अमोल आगाशे, सागर शिरभाते, अमोल आगरकर, अविनाश देउलकर, निलेश शिरभाते, दीपक साहू, दिपक गिरोलकर, निलेश शिरभाते, वैभव बिजवे, विजय शिरभाते, पंकज बिजवे, धीरज बसेरिया, निलेश साहू, अविनाश राजगुरे, रमेश सहारे, मुरलीधर भडवरले, नामदेव गुल्हाने, बाबासाहेब शिरभाते, मधुकर गुल्हाने, मीना श्रीराव, दीपाली शहाडे, निर्मला बोंडे, नंदा दांडगे, वासुदेव गुल्हाने, संजय मापले, रविंद्र गुल्हाने, वंदना किल्लेकर, यामिनी अर्डक, जया चावरे, प्रणिता शिरभाते, संगीता मडावी, अश्विनी अजमिरे, हरिश हजारे, बबलु अंबाडेकर, आकाश बिजवे, प्रथमेश बाखंडे, गौरव बोलादे, सागर बिजवे, आकाश राजगुरे, सत्यप्रकाश गुप्ता, किरण गुलवाडे, प्रतिभा डहाके, कोमल अंबाडकर, रूपाली शहाले, सुरभी गोधनकर, निता खेडकर, प्रीति बलखंडे, वैशाली किन्हेकर, कुंदा तिखिले, सुप्रिया राजगुरे, अमोल आगाशे आदि सहित अनेकों समाजबांधव उपस्थित थे.