हमसे 21 रूपये का इनाम ले जायें पराग गुडधे
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युवा स्वाभिमान के अनुप अग्रवाल व अभिजीत देशमुख ने किया ‘चैलेंज’
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गुडधे से मांगा सच्चा शिवसैनिक होने का सबूत
अमरावती/प्रतिनिधि दि.4 – विगत दिनों बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा ने जिला शल्य चिकित्सक व जिला स्वास्थ्य अधिकारी पर निजी कोविड अस्पतालों से प्रति बेड दस-दस हजार रूपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. जिसे लेकर गत रोज शिवसेना के महानगर प्रमुख पराग गुडधे ने विधायक रवि राणा को अपने द्वारा लगाये गये आरोप को साबित करने और 11 रूपये का इनाम लेने की चुनौती दी थी. जिसे लेकर युवा स्वाभिमान पार्टी की ओर से तीव्र व संतप्त प्रतिक्रिया दी जा रही है.
इस संदर्भ में युवा स्वाभिमान पार्टी के अनुप अग्रवाल ने पराग गुडधे को चैलेंज करते हुए कहा कि गुडधे पहले अपने शिवसैनिक होने का सबूत दें और 21 रूपये का नकद इनाम ले. अग्रवाल के मुताबिक शिवसेना में पराग गुडधे की कोई पूछपरख नहीं है और पार्टी के पोस्टर-बैनर में भी पराग की फोटो नहीं लगती. पराग जैसे लोग अपनी औकात से ज्यादा बात करते हैं, फिर ‘भाउ’ को फोन करके माफी मांगते है. इन जैसे लोग लोकसभा व विधानसभा चुनाव के समय कितने में बीकते हैं, यह सभी को पता है. अनुप अग्रवाल के मुताबिक पराग गुडधे भले ही शिवसेना के पदाधिकारी है, लेकिन काम युवा स्वाभिमान पार्टी का करते है. ऐसे में विधायक रवि राणा पर उंगली उठाने से पहले वे खुद को सच्चा शिवसैनिक साबित करे और युवा स्वाभिमान से 21 रूपये का इनाम लेकर जाये.
वहीं युवा स्वाभिमान पार्टी के जिला संगठक अभिजीत देशमुख ने पराग गुडधे को ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ बताते हुए कहा कि, विधायक रवि राणा सिवील सर्जन व डीएचओ को जिले में बढनेवाले कोविड संक्रमण के लिए जिम्मेदार बताया था. जिसका जवाब डीएचओ व सीएस से मिलना अपेक्षित था. लेकिन शिवसेना के कुछ पदाधिकारी कुछ पैसों की लालच में डीएचओ व सीएस के झंडाबरदार बने हुए है. देशमुख के मुताबिक कुछ तथाकथित शिवसैनिक कुछ पैसों के लिए बिक जाते है. जिनकी वजह से बालासाहब ठाकरे के विचारों पर चलनेवाले अच्छे व सच्चे शिवसैनिक बदनाम होते है.