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फिल्मों के प्रदर्शन को लेकर काफी हद तक संभ्रम
अमरावती/प्रतिनिधि दि.११ – कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए विगत डेढ वर्ष से सभी टॉकीजों को बंद रखा गया है. हालांकि इससे पहले लॉकडाउन की शर्तों को शिथिल करते समय 25 फीसद दर्शक संख्या के साथ टॉकीजों को खुलने की अनुमति देने का प्रस्ताव सामने रखा गया था. किंतु कोविड संक्रमण की दूसरी लहर का दौर शुरू हो जाने के चलते टॉकीजों को खोलने का प्रस्ताव पीछे ले लिया गया. ऐसे में विगत डेढ वर्ष से सभी टॉकीजें पूरी तरह से बंद ही पडी है और इन डेढ वर्षों के दौरान टॉकीजों में किसी फिल्म का प्रदर्शन नहीं हो पाया. वहीं अब कोविड संक्रमण की घटती रफ्तार को देखते हुए एक बार फिर उम्मीद बंधी है कि, जल्द ही टॉकीजें खुलेगी और सिनेमाप्रेमियों को पहले की तरह टॉकीज में बैठकर फिल्म देखने का आनंद मिलेगा.
पता चला है कि, राज्य सरकार द्वारा आगामी 22 अक्तूबर से टॉकीजों को खोलने की अनुुमति देने के बारे में विचार किया जा रहा है. जिससे टॉकीज संचालकोें सहित आम सिनेमा प्रेमियों में कुछ हद तक खुशी की लहर है. किंतु फिलहाल तक सरकार की ओर से इसे लेकर कोई सरकारी अध्यादेश जारी नहीं किया गया है. ऐसे में टॉकीजों के खुलने को लेकर काफी हद तक संभ्रम भी देखा जा रहा है.
बता दें कि, अमरावती शहर में एक मल्टीप्लेक्स के अलावा कुल 9 सिंगल स्क्रिन थिएटर है. जहां पर विगत डेढ वर्ष से पूरी तरह सन्नाटा पसरा पडा है और टॉकीज के संंचालकों सहित टॉकीज में काम करनेवाले कर्मचारियों द्वारा विगत लंबे समय से टॉकीजेें शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है, ताकि उनकी रोजी-रोटी का इंतजाम हो सके. किंतु कोविड संक्रमण के खतरे और तीसरी लहर की संभावित आशंका को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा भीडभाड टालने के लिहाज से टॉकीजों को अब तक खुलने की अनुमति नहीं दी गई है. किंतु अब चूंकि कोविड संक्रमण की दूसरी लहर का असर लगभग खत्म हो चुका है. साथ ही तीसरी लहर के आने की संभावना भी क्षीण हो चुकी है. ऐसे में सरकार द्वारा अनलॉक की प्रक्रिया का दायरा लगातार बढाया जा रहा है. जिसके तहत अब टॉकीजों को भी खुलने देने की अनुमति देने के संदर्भ में विचार किया जा रहा है. पता चला है कि, सरकार आगामी 22 अक्तूबर से सभी टॉकीजों को खोलने के बारे में विचार कर रही है. जिसे लेकर फिल्म वितरकों व प्रदर्शकों से लगातार बातचीत भी चल रही है. ऐसे में फिल्म व्यवसायियोें में काफी हद तक 22 अक्तूबर को टॉकीजों के खुलने को लेकर उम्मीद बंधी है. किंतु अब तक इसे लेकर कोई सरकारी अध्यादेश जारी नहीं हुआ है. ऐसे में संभ्रम भी अपनी जगह पर बना हुआ है.
शहर में स्थित कुछ टॉकीजों के संचालकों व प्रबंधकों के मुताबिक इससे पहले भी सरकार द्वारा सीमित संख्या में टॉकीजों को खुलने देने की अनुमति के बारे में एक आदेश जारी किया गया था. किंतु टॉकीजें खोली नहीं जा सकी. जिसके पीछे मुख्य वजह सरकार द्वारा महज 25 फीसद दर्शकों के साथ काम करने को लेकर दी गई शर्त थी. इतनी कम दर्शक संख्या के साथ टॉकीजों को खोलने से फायदा निकलना तो दूर, शो का खर्च निकलना भी मुश्किल था. वहीं अब यह देखनेवाली बात होगी की सरकार द्वारा अब किन शर्तों के साथ टॉकीजों को खोलने की अनुमति दी जाती है. साथ ही इसे लेकर सरकारी अध्यादेश कब तक जारी हो पाता है.