रक्तदान कर मनाया गया ‘ताउ’ का जन्मदिन
अनेकों ने पद्मश्री प्रा. प्रभाकरराव वैद्य को दी शुभकामनाएं
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२५ – स्थानीय श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रा. प्रभाकरराव वैद्य के जन्मदिवस अवसर पर हव्याप्रमं द्वारा संचालित डिग्री कॉलेज ऑफ फिजीकल एज्युकेशन के रासेयो पथक द्वारा मंगलवार 25 मई को रक्तदान शिबिर का आयोजन किया गया था. हव्याप्रमं के ऑडिटोरियम में मंगलवार की सुबह 9 बजे से शुरू हुए इस शिबिर में 101 रक्तदाताओं द्वारा स्वयंस्फूर्त तौर पर रक्तदान किया गया. जिनमें संस्था के कर्मचारियों, मॉर्निंग वॉक ग्रुप, विविध क्रीडा संगठन के पदाधिकारियों एवं शहर के प्रतिष्ठित नागरिकों का सहभाग रहा. इन सभी ने पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य को उनके जन्मदिवस अवसर पर बधाईयां व शुभकामनाएं देते हुए उनके दीर्घायू होने की कामना की.
इस रक्तदान शिबिर में शहर के महापौर चेतन गावंडे, पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख, पूर्व सांसद अनंत गुढे, मनपा के स्थायी समिती सभापति सचिन रासने, नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, पार्षद सुरेखा लुंगारे व तुषार भारतीय, भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर, शिवसेना के जिला प्रमुख सुनील खराटे, डॉ. किशोर फुले, पूर्व मनपा स्थायी सभापति अविनाश मार्डीकर, राजू महल्ले, सुरेंद्र पोपली, मुस्लिम ब्लॉक हेल्पलाईन के अध्यक्ष हाजी रम्मुसेठ, हाजी मुश्ताक, डॉ. रविकांत कोल्हे, डॉ. मुरके व डॉ. सावदेकर आदि ने सदिच्छा भेट देते हुए हव्याप्रमं के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी.
पीडीएमसी अस्पताल की ब्लड बैंक के सहयोग से आयोजीत इस रक्तदान शिबिर के आयोजन में अमरावती रक्तदान समिती के संयोजक महेेंद्र भूतडा, अजय दातेराव व श्याम शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. इस आयोजन में हव्याप्रमं के कोषाध्यक्ष डॉ. सुरेश देशपांडे, कार्याध्यक्ष डॉ. रमेश गोडबोले, डीसीपीई के प्राचार्य डॉ. के. के. देवनाथ, सचिव डॉ. माधुरी चेंडके, उपाध्यक्ष डॉ. श्रीकांत चेंडके, एड. प्रशांत देशपांडे, प्रा. दीपा कान्हेगांवकर व रविंद्र खांडेकर प्रमुख रूप से उपस्थित थे. साथ ही आयोजन की सफलता हेतु रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रा. डॉ. महेंद्र लोणकर, प्रा. विलास दलाल, प्रा. डॉ. संजय तीरथकर, प्रा. डॉ. किरण गायकवाड, प्रा. डॉ. मधुकर बुरनासे, प्रा. डॉ. प्रमोद भालेराव, संतोष चावरे, राजू महात्मे, विवेक मोहोड, श्री सदार तथा डॉ. रविंद्र वाघमारे आदि ने महत प्रयास किये.