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तायडे, अकोलकर लूट रहे गौण खनीज

युवा लायंस का आरोप

* सरकारी राजस्व का करोडों का घाटा
अमरावती/दि. 11- ने निम्न पेढी प्रकल्प अंतर्गत बोंडेवाडी, सरबलमपुर सर्वे नंबर 85-85 में अवैध गौण खनीज उत्खनन कर सरकारी राजस्व के करोडों के नुकसान का भंंडाफोड का दावा किया. आज दोपहर मराठी पत्रकार भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में संगठन के अध्यक्ष पहलवान योगेश गुडधे ने गुरुगंभीर आरोप लगाए. उन्होंने मीडिया को बताया कि निंभा के पटवारी मनीष अकोलकर, उनका मित्र अनिल तायडे और डी. ठक्कर यह अवैध गौण खनीज उत्खनन कर रहे हैं.
* शिकायत पर 31 करोड का दंड
निम्न पेढी प्रकल्प में जारी अवैध उत्खनन को लेकर 20 अगस्त 2022 ेको शिकायत दी थी. जिस पर 31 करोड 86 लाख का जुर्माना किया गया था. अब तक दंड की राशि वसूल नहीं किए जाने का आरोप भी पहलवान गुडधे ने किया. उन्होंने बताया कि उनकी शिकायत पर भातकुली की तहसीलदार नीता लबडे स्वयं बोंडेवाडी और सरबलमपुर में नदी पात्र में जांच के लिए उतरी. वहां से हजारों ब्रास रेत उत्खनन का मामला पाया गया. 4-5 दिनों तक मंडल अधिकारी और खनिकर्म अधिकारियों ने जांच की.
* 15469 ब्रास रेत चोरी
उस क्षेत्र से 15469 ब्रास रेत अवैध रुप से उत्खनन व उसका यातायात किए जाने का भयंकर प्रकरण तहसीलदार की जांच में उजागर हुआ. जिससे निम्न पेढी प्रकल्प के कार्यकारी अभियंता को 31 करोड 86 लाख रुपए का जुर्माना किया गया. पटवारी अकोलकर की एसडीओ कार्यालय से छुट्टी की गई. अवैध रुप से शुरु रेत वॉशिंग प्लाँट बंद कराया गया.
* अकोलकर फिर पटवारी
योगेश गुडधे ने आरोप लगाया कि तहसीलदार लबडे का स्थानांतरण होने के पश्चात अजीत येले तहसीलदार बने. पटवारी मनीष अकोलकर के वे कथित रुप से मित्र हैं. अकोलकर को निंभा के पटवारी के रुप में कथित रुप से पुन: नियुक्ति दी गई. येले और कार्यकारी अभियंता कथले के साथ मिलकर बंद कराए गए रेत वॉशिंग प्लाँट को दोबारा शुरु किया गया है. वहां से सर्वे नंबर 47, 48 और 84-85 से पोकलैंड, जेसीबी, बडे डंपर आदि से अवैध गौण खनीज उत्खनन का काम शुरु है. जबकि 31 करोड रुपए का दंड अभी तक वसूल नहीं किया गया.
* 7 दिनों का अल्टीमेटम
योगेश गुडधे ने प्रशासन को इस बारे में संपूर्ण जांच सीबीआई से करवाकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. 6 दिनों का समय दिया है. तीनों कार्यकारी अभियंता कथले, तहसीलदार और पटवारी अकोलकर को सरकारी सेवा से हटाने की मांग करते हुए अगली 17 जनवरी से युवा लायंस व्दारा तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी गई.

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