अकोलामुख्य समाचार

तेल्हारा के संस्था चालक तथा भाजपा नेता की नागपुर में आत्महत्या

चैनसुख संचेती का भी लिया नाम

* भ्रष्टाचार के अपराध में फंसाने का आरोप
* राजधानी एक्सप्रेस के सामने लगाई छलांग
अकोला/ दि.18 – बैंक के संस्थाचालक ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर फंसाया है, ऐसा आरोप लगाते हुए अकोला जिले के एक शिक्षा संस्था के संचालक अविनाश मनतकार ने नागपुर में राजधानी एक्सप्रेस रेलगाडी के सामने छलांग लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली. यह घटना गुरुवार की दोपहर 3.45 बजे घटी. कल शुक्रवार की शाम ट्रेन से कटे व्यक्ति की पहचान होने पर यह मामला उजागर हुआ. मनतकार ने सुसाइड नोट लिख रखा है जिसमें उन्होंने भाजपा के बडे नेता तथा मलकापुर अर्बन बैेेंक के चैनसुख संचेती एवं उपाध्यक्ष लखानी पर भी आरोप लगाए हैं. रामदासपेठ के थानेदार किशोर शेलके पर भी लाखों रुपए लेने के बावजूद भ्रष्टाचार के प्रकरण में फंसाने की बात कही है. इस घटना से अकोला से लेकर बुलढाणा तक सियासी हलचल देखने मिल रही है.
अविनाश मनतकार (60) यह आत्महत्या करने वाले संस्था चालक का नाम है. वे अकोला जिले के तेल्हारा गांव निवासी थे. अविनाश की पत्नी नैना मनतकार भाजपा प्रदेश महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष है. मनतकार के करीबी व्यक्ति से मिली जानकारी के अनुसार मनतकार तेल्हारा के वांगेश्वर शिक्षा संस्था के संचालक थे. उनका तेल्हारा में पेट्रोल पंप भी है. कुछ दिन पूर्व मलकापुर अर्बन बैंक के भ्रष्टाचार मामले में मनतकार दम्पति पर आरोप लगाया गया था. इसी बात को लेकर गुरुवार को मनतकार दम्पति न्यायालयीन कामकाज के लिए नागपुर आये थे.
* शेगांव जाने का बहाना
दोपहर 3 बजे अविनाश ने उनकी पत्नी से शेगांव जाना है, ऐसा कहा, थोडी देर में आता हूं कहकर वे ई-रिक्षा से निकले. रात होने के बाद भी वापस नहीं लौटे, उनके पास मोबाइल नहीं था. इसके कारण नैना मतकार ने अपने रिश्तेदारों को अविनाश के लापता होने की जानकारी दी.
* तलाश शुरु, भयंकर खबर
इस दौरान रिश्तेदारों ने अविनाश की खोज शुरु की. तब मनतकार ने रेलगाडी के सामने छलांग लगाकर आत्महत्या की ऐसा पता चला. इस बारे में बात करते समय अविनाश मनतकार के पुत्र अभिलाष ने कहा कि, इस मामले से उसके पिता काफी विचलित थे.
* पेट्रोल पंप बेचने निकाला
उन्होंने तेल्हारा का पेट्रोल पंप भी बेचने लगाया था. गुरुवार की दोपहर मनतकार अजनी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे. वहां प्लेटफार्म क्रमांक 1 से तेज गति के साथ दौड रही रेलगाडी क्रमांक 22691 बेंगलुरु-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस के सामने उन्होंने छलांग लगा दी. जिसके चलते मनतकार की मौके पर मौत हो गई. रेलवे पुलिस ने उनके कपडों की तलाशी ली, परंतु उनके पास मोबाइल या किसी भी तरह के पहचान कराने वाले दस्तावेज नहीं थे. उनके शर्त की कॉलर पर स्टाईल अकोला ऐसा टेलर का टैग लगा हुआ था. उसके आधार पर पुलिस ने शुक्रवार की शाम मनतकार की पहचान की.
* सुसाइड नोट : थानेदार ने लिये 38 लाख
इस मामले की तहकीकात करते समय रामदास पेठ पुलिस थाने के थानेदार शेलके ने 38 लाख रुपए लिए परंतु किसी तरह की सहायता नहीं की, ऐसा मनतकार ने लिखा सुसाइड नोट पुलिस के हाथ लगा. इसके कारण मनतकार की आत्महत्या का मामला किस करवट मुडेगा, इस ओर संबंधितों का ध्यान लगा हुआ है.

* संचेती, लखानी पर संगीन आरोप
खबर के अनुसार मनतकार ने सुसाइड नोट में भाजपा नेता चैनसुख संचेती और मलकापुर बैंक के उपाध्यक्ष लखानी पर बैंक घपले में दोनों पति-पत्नी को फंसाने का आरोप लगाया. यह भी लिखा है कि राजकीय दबाव लाकर और यंत्रणा का उपयोग कर इन लोगों ने अपना भ्रष्टाचार मनतकार और उनकी पत्नी पर धकेल दिया. इसके बावजूद पुलिस प्रशासन ने बैंक संचालकों की कोई जांच नहीं की. सुसाइड नोट में लिखा है कि, प्रकरण में संचालक मंडल कितना दोषी है इसकी सघन जांच होनी चाहिए. चैनसुख संचेती व लखानी के झूठे आरोप लगाकर दिए हुए त्रास से वह अपना जीवन खत्म कर आत्महत्या कर रहे हैं.

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