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दसवीं-बारहवीं की उत्तर पत्रिका महिनाभर ‘लॉकडाउन’

 परीक्षा स्थगित : साहित्य संभालकर रखने के शालाओं को आदेश

अमरावती/प्रतिनिधि दि.17 – हर वर्ष बोर्ड के विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाती है. किंतु इस वर्ष परीक्षा को लेकर खूद बोर्ड का ही हार्टबीट बढ चुका है. कोरोना के चलते दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं महिनाभर तक टल गई है, लेकिन इससे पहले ही शालाओं को वितरित की गई कोरी उत्तर पत्रिका का क्या, इस तरह का प्रश्न निर्माण हुआ है. यह सिलबंद उत्तर पत्रिका महिनेभर तक ‘कस्टडी’ में संभलकर रखने की संवेदनशील जिम्मेदारी शालाओं पर आन पडी है.
दसवीं-बारहवीं की परीक्षा इस बार 23 अप्रैल व 29 अप्रैल से घोषित की गई थी. किंतु टाईम टेबल घोषित होने के बाद कोरोना के चलते यह परीक्षा आगे ढकेलने की नौबत सरकार पर आयी. अब यह परीक्षा मई-जून महिने में ली जाएगी, ऐसा शालेय शिक्षा मंत्री ने घोषित किया है. किंतु उसकी तारीख बाबत अभी तक अनिश्चितता कायम है. किंतु पहले अप्रैल में ही परीक्षा घोषित होने से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने केंद्र संचालकों को परीक्षा का साहित्य वितरित कर डाला. अमरावती विभागीय बोर्ड ने भी अपने कार्य क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पांच जिले में प्रतिनिधि भेजकर शालाओं तक साहित्य पहुंचाया. परीक्षा केंद्र तक साहित्य पहुंचा, लेकिन दूसरे ही दिन परीक्षा स्थगित किये जाने की घोषणा की गई. अब इन साहित्य का क्या करना, इस तरह का प्रश्न शालाओं के सामने निर्माण हुआ हेै.
इस साहित्य में कोरी उत्तर पत्रिका, पुरवणी, ग्राफ, मैप, होलोक्रॉप्ट, स्टिकर, सिटिंग प्लॉन, ए-बी लिस्ट, विषय निहाय, माध्यम निहाय बारकोड, प्रात्याक्षिक परीक्षा का साहित्य, ओएमआर अंक पत्रिका आदि का समावेश है. अब यह साहित्य केंद्र संचालकों ने ही स्वयं कस्टडी में जतन कर रखना चाहिए. संबंधित शालाओं को वितरण न करेे, इस तरह के आदेश गुरुवार को अमरावती विभागीय बोर्ड की सहसचिव डॉ.जयश्री राउत ने दिये है. किंतु जिले में इस बार कोरोना से परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ चुकी है. विद्यार्थी जिस शाला में पढते है, वहीं पर परीक्षा केंद्र दिया गया है. यह वृध्दिंगत संख्या लेकर अनेक केंद्र संचालकों ने अपने उपकेंद्रों को साहित्य तत्काल बांट दिये होंगे, ऐसा संभावना है. अब ऐसे ‘लॉक’ उत्तर पत्रिका के बारे में लापरवाही हुई तो परीक्षा में बडी धांधली निर्माण होेने की संभावना है.

  • जिले के 67 हजार विद्यार्थियों की जांच सांसत में

जिले में पूरे 80 हजार से ज्यादा विद्यार्थी इस बार दसवीं-बारहवीं की परीक्षा में बैठे है. कोरोना के चलते शाला हो या न हो, किंतु वर्ष महत्वपूर्ण रहने से इन विद्यार्थियों ने परीक्षा की तैयारी की है. उसमें शालाओं ने भी विविध उपक्रम से तैयारी करवा ली.किंतु अब परीक्षा की तारीख महिनाभर बढ गई. उसमें भी कोरोना के चलते परीक्षा निश्चित कब ली जायेगी, ली जायेगी या नहीं, इस तरह का संभ्रम निर्माण हुआ है. सीबीएसई ने तो दसवीं की परीक्षा ही रद्द करने से राज्यबोर्ड के विद्यार्थियों में संभ्रमावस्था है.

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