अमरावती/प्रतिनिधि दि.6 – ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर विधानसभा में आवाज उठानेवाले भाजपा के 12 विधायकों को निलंबीत कर महाराष्ट्र सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है. महाराष्ट्र सरकार का यह वर्तन मनमाना और तानाशाहीवाला है. साथ ही मात्र दो दिन का अधिवेशन बुलाकर इसमें विपक्षियों की आवाज को दबाने का काम राज्य सरकार द्वारा किया गया है. ऐसे में लोकतंत्र व ओबीसी विरोेधी सरकार को त्वरित बर्खास्त किया जाये. इस आशय की मांग का ज्ञापन भाजपा की शहर ईकाई द्वारा जिलाधीश के मार्फत राज्यपाल को भेजा गया है.
ज्ञापन सौंपते समय भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर, महापौर चेतन गावंडे, मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय, पूर्व उपमहापौर व पार्षद संध्या टिकले, स्वीकृत पार्षद डॉ. प्रणय कुलकर्णी, पूर्व शहराध्यक्ष जयंत डेहनकर सहित गजानन देशमुख, मंगेश खोंडे, दीपक खताडे, राजेश आखेगांवकर, डॉ. नितीन धांडे, दीपक पोहेकर, भाग्यश्री देशमुख, विवेक चुटके, मिलींद बांबल, तुषार वानखडे, सचिन रासने, किशोर जाधव, प्रवीण वैश्य, भूषण गवली, भाग्यश्री देशमुख आदि उपस्थित थे.