* जिले की अनेक मंडियों में मविआ बिखरी
* संचालक मंडल चुनाव
अमरावती/ दि. 22- जिले की 12 फसल मंडी के संचालक मंडल के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव के लिए सप्ताह भर से कम समय बचा है. शुक्रवार को चुनाव निशानी वितरण के साथ चित्र साफ हो गया. महाविकास आघाड0ी को विविध मंडियों में अपनो से ही प्रतिस्पर्धा का चित्र बना है. अमरावती मंडी में कांग्रेस की यशोमती ठाकुर के गुट से शिवसेना ठाकरे गट न केवल अलग हो गया बल्कि गट के नेताओं ने ऐन समय पर बलिराजा पैनल की घोषणा कर 10 प्रत्याशी मैदान में उतार दिए. जिसे मविआ हेतु बडा झटका माना जा रहा है. ऐसे भी जानकार कह रहे है कि आघाडी में अनेक स्थानों पर अनबन देखने मिलनेवाली है.
* बलिराजा के 10 प्रत्याशी
शिवसेना ठाकरे गट ने अमरावती मंडी के चुनाव को त्रिकोणीय बनाते हुए 10 उम्मीदवार बलिराजा पैनल के तहत उतारे है. जिला प्रमुख सुनील खराटे और सहसंपर्क प्रमुख सुधीर सूर्यवंशी इस पैनल का नेतृत्व कर रहे हैं. बता दे कि मविआ के सहकार पैनल का नेतृत्व यशोमती ठाकुर, सुनील वर्हाडे, प्रीति बंड और नाना नागमोते कर रहे है. जबकि शेतकरी पैनल में विधायक रवि राणा, सहकार नेता विलास महल्ले, कांग्रेस के प्रकाश साबले, भाजपा सांसद डॉ. अनिल बोंडे, जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी, किरण पातुरकर है. साफ है कि शिवसेना के एक गुट ने अलग मार्ग चुना है. उध्दव ठाकरे गट ने विधायक बच्चू कडू के प्रहार के साथ मिलकर पैनल उतारने का प्रयत्न किया था. जिसकी शिकायत संपर्क प्रमुख सांसद अरविंद सावंत से की गई. उन्होंने प्रहार से हाथ मिलाने का कडा विरोध किया और अलग से पैनल लडने की छूट दी. बलिराजा पैनल ने सेवा सहकारी निर्वाचन क्षेत्र में 6, ग्राम पंचायत में 3 और अनुसूचित जाति निर्वाचन क्षेत्र में 1 प्रत्याशी उतारा है. उधर शिवसेना उबाठा के जिलाध्यक्ष ने कहा कि मविआ के सहकार पैनल से 4 सीटे मांगी गई थी. 1 सीट बढाने कहा गया. वह मांग मंजूर नहीं हुई. इसलिए वरिष्ठ के ध्यान में यह बात लाकर बलिराजा पैनल बनाया गया है.
* भाजपा के साथ न जाएं
इस बीच आघाडी के दलों के साथ मिलकर चुनाव लडने कांग्रेस के निर्देश जारी हुए है. प्रदेश महासचिव प्रमोद मोरे ने प्रदेशाध्यक्ष का हुक्म जारी किया है. भाजपा के साथ कतई तालमेल न करें. ऐसा न करने पर कार्रवाई की धमकी दी गई है. अमरावती के अनेक मंडियों में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के साथ पैनल बनाए हैं. देखना होगा उन पर कांग्रेस कब और क्या कार्रवाई करती है.
* अनेक जगह बेमेल गठजोड
मोर्शी और वरूड मंडी में कांग्रेस और भाजपा ने तालमेल किया है. जबकि अमरावती मंडी में भी कांग्रेस के कुछ नेता भाजपा वाले पैनल में आ गए है. उधर मोर्शी, तिवसा और अमरावती में यशोमती ठाकुर ध्यान दे रही है. चांदुर बाजार और अचलपुर मंडियों पर कब्जे के लिए जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख प्रयासरत है. दर्यापुर में विधायक बलवंत वानखडे नेतृत्व कर रहे हैं. उनके पैनल में बालासाहब हिंगणीकर तथा गजानन भारसाकले हैं. धारणी में 8 संचालक निर्विरोध चुन लिए गए. कांग्रेस का नेतृत्व दयाराम काले और महेंद्रसिंह गैलवार कर रहे है.
* 26 तक प्रचार
उल्लेखनीय है कि मंडी चुनाव में प्रत्याशी प्रचार पर 1 लाख रूपए खर्च कर सकता है. उसी प्रकार मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार बंद हो जायेगा. अमरावती में 28 अप्रैल को वोटिंग होना है. जिसका प्रचार 26 अप्रैल को खत्म होगा. उम्मीदवारों की प्रत्येक हरकत पर चुनाव अधिकारी की निगरानी होगी. बता दे कि अन्य मंडियों में वोटिंग होते ही शाम को मतगणना शुरू होकर नतीजे घोषित होंगे. अमरावती में वोटिंग 28 को और मतगणना अगले दिन 29 को होगी.