‘उस’ छात्र ने शुरु किया आमरण अनशन
मनसे ने लगाया शिक्षा विभाग पर लापरवाही का आरोप
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ – स्थानीय महर्षी पब्लिक स्कूल में कक्षा 10 वीं में पढने वाले एक छात्र का शालेय शुल्क समय पर नहीं भरने के चलते शाला व्यवस्थापक द्बारा उसे जानबूझकर कक्षा 10 वीं में कम अंक दिये गये. ऐसा आरोप खूद उस विद्यार्थी द्बारा लगाया गया था. पश्चात जिलाधीश व शिक्षाधिकारी द्बारा की गई जांच में दोषी पाये जाने के बावजूद इस शाला के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. ऐसे में संबंधित छात्र द्बारा शाला प्रबंधन के खिलाफ आमरण अनशन करना शुरु किया गया है. जिसके चलते महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने इस विद्यार्थी के समर्थन में आगे आते हुए इस पूरे मामले के लिए शिक्षा विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है. साथ ही कहा है कि, आमरण अनशन पर बैठने वाले विद्यार्थी के अच्छे-बूरे की पूरी जबाबदारी शिक्षा विभाग पर होगी और इस मामले में जल्द से जल्द शाला प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
मनसे द्बारा यहा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि, सीबीएससी की कक्षा 10 वीं में महर्षी पब्लिक स्कूल द्बारा जानबूझकर अपने विद्यार्थियों का नुकसान किया गया. जबकि खूद शालेय शिक्षा मंत्री द्बारा स्पष्ट किया गया था कि, शालेय शुल्क की वजह से किसी भी विद्यार्थी का परीक्षा परिणाम न रोका जाये तथा किसी भी विद्यार्थी का शैक्षणिक नुकसान न किया जाए. किंतु अमरावती जिले में शालेय शिक्षा मंत्री रहने के बावजूद महर्षी पब्लिक स्कूल द्बारा एक विद्यार्थी का शैक्षणिक नुकसान किया गया है और जिलाधिकारी व शिक्षाधिकारी द्बारा दोषी ठहराये जाने के बावजूद इस शाला प्रबंधन के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिसका सीधा मतलब है कि, शाला प्रबंधन पर किसी अदृष्य राजनीतिक शक्ति का हाथ है. जिसकी वजह से एक विद्यार्थी को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है और उसे आमरण अनशन पर बैठना पडा है. इसके लिए पूरी तरह से शिक्षा विभाग की लापरवाही व अनदेखी जिम्मेदार है.
समर्थन देने वालों में मनसे महानगर अध्यक्ष संतोष बद्रे, मनविसे जिलाध्यक्ष धिरज तायडे, शहर अध्यक्ष हर्षल ठाकरे, प्रवीण डांगे, विक्की थेटे, सचिन बावणेर, बबलू आठवले, रोशन शिंदे, मयंक तांबुसकर, गोकुल टाकसाले, राजेश धोटे, सूरज बरडे, वेदांत तालन, अभिजित वाकोडे का समावेश है.