रेड्डी के निलंबन का अधिकृत आदेश आज-कल में जारी होगा
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तीन माह का निलंबन आदेश निकल सकता है
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सीएम ठाकरे के हस्ताक्षर होना बाकी
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कल देर रात मुख्य सचिव कर चुके है हस्ताक्षर
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प्रशासनिक सूत्रों से मिली है जानकारी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.31 – गुगामल वन्यजीव विभाग के हरिसाल वनक्षेत्र की फॉरेस्ट रेंजर दीपाली चव्हाण की आत्महत्या मामले में अपर मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास रेड्डी को निलंबित किये जाने का अधिकृत आदेश आज-कल में निकल सकता है. पता चला है कि, रेड्डी को तीन माह के लिए निलंबित करने का आदेश निकाला जा सकता है. जिस पर इस समय मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के हस्ताक्षर होना बाकी है. वहीं कल देर रात राज्य के मुख्य सचिव द्वारा इस निलंबन आदेश पर हस्ताक्षर किये जा चुके है.
बता दें कि, गत रोज राज्य के सूचना व जनसंपर्क विभाग द्वारा सभी प्रसार माध्यमों को अधिकृत तौर पर यह जानकारी दी गई थी कि, जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा किये गये अनुरोध पर राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने अमरावती के अपर मुख्य वन संरक्षक तथा मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के संचालक श्रीनिवास रेड्डी को निलंबित करने का निर्णय लिया है. जिसके बाद मीडिया सहित सोशल मीडिया पर रेड्डी को निलंबित किये जाने की खबरें आग की तरह फैली. लेकिन अब पता चला है कि, केंद्र सरकार की सेवा में रहनेवाले किसी भी अधिकारी को राज्य सरकार द्वारा एकदम से निलंबित करने का निर्णय नहीं लिया जा सकता, बल्कि उस अधिकारी को निलंबित करने की सिफारिश केंद्र सरकार से की जाती है. जिसे अमूमन केंद्र सरकार एवं संबंधित केंद्रीय विभाग द्वारा स्वीकार कर ही लिया जाता है. वहीं राज्य में केवल मुख्यमंत्री के पास केंद्रीय सेवावाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अधिकतम तीन माह के लिए निलंबित करने का अधिकार होता है. ऐसे में दीपाली चव्हाण आत्महत्या मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे द्वारा एसीएफ श्रीनिवास रेड्डी को तत्काल प्रभाव से आगामी तीन माह के लिए निलंबित करने का निर्णय लिया गया और इस हेतु प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार के पास भेजा जा रहा है. जिस पर बीती रात राज्य के मुख्य सचिव द्वारा हस्ताक्षर कर दिये गये. वहीं फिलहाल इस प्रस्ताव पर सीएम उध्दव ठाकरे के हस्ताक्षर होना बाकी है. सीएम ठाकरे के हस्ताक्षर होते ही इस प्रस्ताव को मंजूरी हेतु केंद्र सरकार के पास भेजा जायेगा. जहां से इसे मंजूरी मिलना लगभग तय है. ऐसे में माना जा रहा है कि, आज या कल में अपर मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास रेड्डी के निलंबन को लेकर अधिकृत आदेश जारी हो जायेगा.
बता दें कि, विगत दिनों हरिसाल की वन परिक्षेत्र अधिकारी दीपाली चव्हाण ने हरिसाल स्थित अपने सरकारी आवास पर अपनी सरकारी पिस्तौल से खुद पर गोली चलाते हुए आत्महत्या कर ली थी. दीपाली चव्हाण द्वारा लिखे गये सुसाईड नोट में उपवन संरक्षक विनोद शिवकुमार बाला को लेकर बेहद गंभीर आरोप लगाये गये है. अपर मुख्य वन संरक्षक सहित अपने पति व अपनी मां के नाम पर लिखे गये तीन अलग-अलग सुसाईड नोट में दीपाली चव्हाण ने आरोप लगाया था कि विनोद शिवकुमार द्वारा उसके साथ बेहद अपमानास्पद व्यवहार किया जाता है और उसे बात-बात पर आर्थिक व मानसिक तौर पर प्रताडित किया जाता है. इस बात की शिकायत उसने श्रीनिवास रेड्डी से भी की थी. किंतु इसका कोई फायदा नहीं हुआ. ऐसे में अपनी प्रताडना से तंग आकर वह खुदकुशी कर रही है. इस सुसाईड नोट के आधार पर धारणी पुलिस सहित जिला ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा ने फरार होने के फिराक में चल रहे विनोद शिवकुमार को नागपुर से गिरफ्तार किया था. पश्चात वन विभाग द्वारा विनोद शिवकुमार को तुरंत पद से निलंबित करते हुए अपर मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास रेड्डी का तबादला कर दिया गया था. लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित आम जनता द्वारा रेड्डी को भी निलंबित किये जाने की मांग की जा रही थी. जिसके संदर्भ में जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे से मुलाकात करते हुए रेड्डी को निलंबित करने की मांग की. जिसे मान्य करते हुए सरकार की ओर से रेड्डी को निलंबित करने का निर्णय लेकर इस संदर्भ में केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजने की तैयारी शुरू की थी. इस प्रस्ताव पर राज्य के मुख्य सचिव के हस्ताक्षर हो चुके है. वहीं आज इस प्रस्ताव पर सीएम ठाकरे के भी हस्ताक्षर हो जायेंगे.