नये वर्ष में बढते जा रहा है रिश्वतखोरी का आलेख
अमरावती में दो माह में 13 ट्रैैप सफल
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राज्य में 129 मामले दर्ज
अमरावती प्रतिनिधि/ दि.३ – पिछली वर्ष की तुलना में इस बार राज्य में रिश्वतखोरों का आलेख बढेगा, ऐसी संभावना अभी से ही दिखाई दें रही है. क्योंकि जनवरी और फरवरी इन दो महिने में अमरावती एन्टी करप्शन ब्युरो व्दारा रिश्वतखोरी के 13 जाल सफल हुए है. जिनमें एफआईआर भी दर्ज किया गया है. वहीं रिश्वतखोरी के मामले में राज्य का विचार करें तो जनवरी व फरवरी इन दो महिने में कुल 229 अपराध दर्ज हुए है. विशेष यह कि हमेशा की तरह पुणे विभाग ने रिश्वतखोरी में ‘अव्वल स्थान पर बाजी’ मारी है.
जनवरी व फरवरी इन दो महिने में ही राज्य में 129 अपराधों के साथ भ्रष्टाचार के मामलों में औसतन 65 से वृध्दि हुई है. दो महिने में रिश्वत मांगने अथवा स्वीकारने के अमरावती परिक्षेत्र में 13, पुणे परिक्षेत्र अंतर्गत 28, नाशिक 25, औरंगाबाद 23, नागपुर 14, नांदेड 10, ठाणे 9 और मुंबई पुलिस परिक्षेत्र अंतर्गत 6 अपराध दर्ज हुए है. बरसों से रिश्वतखोरी के मामले में राजस्व व पुलिस विभाग में इस बार भी स्पर्धा कायम है. राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने 27 अपराधों के साथ अपना पहला स्थान अबाधित रखा है.
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राजस्व व पुलिस में काटे की टक्कर!
जनवरी व फरवरी इन दो महिनों के आंकडों के अनुसार 27 अंकों के साथ राज्य में राजस्व विभाग पहले तथा 26 अंकों के साथ पुलिस ने दूसरा नंबर हासिल किया है. किंतु आरोपी संख्या के बारे में पुलिस ने राजस्व विभाग पर मात की है. 2 महिने में रिश्वतखोरी में पुलिस विभाग के 42 तथा राजस्व विभाग के 32 लोग एन्टी करप्शन के जाल में फंसे है. कुल मिलाकर इस मामले में राजस्व व पुलिस विभाग में जैसे काटे की टक्कर होेने का चित्र देखने मिल रहा है.