अमरावतीमुख्य समाचार

मुख्यमंत्री व पालकमंत्री ने झुंज के हादसे पर नहीं जताई संवेदना

डॉ.अनिल बोंडे ने जताया खेद

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५ – जिले के वरुड तहसील के झुंज में गत रोज दर्दनाक हादसा हुआ, लेकिन इस हादसे को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री व जिले की पालकमंत्री ने कोई भी संवेदनाएं नहीं जताई है. यहां तक कि जिले की पालकमंत्री यशोमती ठाकुर ने मृत लोगों के घर जाकर भेंट भी नहीं दी है. इस बात का खेद पूर्व कृषिमंत्री डॉ.अनिल बोंडे ने जताया है. वहीं आज भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.अनिल बोंडे के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को निवेदन भेजा गया.
इस दौरान पूर्व कृषिमंत्री डॉ.अनिल बोंडे ने खेद जताते हुए कहा कि वरुड तहसील के झुंज में वर्धा नदी के पात्र में गाडेगांव निवासी नारायण मटरे (45), निशा मटरे (22), पियुष मटरे (8), तारासावंगा निवासी अश्विन खंडारे (25), वृषाली वाघमारे (19), अतुल वाघमारे (25), अदिती खंडारे (13), मोहिनी खंडारे (11), तिवसा घाट निवासी वंशिका शिवणकर (2), पूनम शिवणकर (26), लोणी की किरण खंडारे (28) इन लोगों की डूबने से मौत हो गई, लेकिन हैरत वाली बात यह है कि राज्य के मुख्यमंत्री ने इस घटना को लेकर कोई भी शोक संवेदना नहीं जताई है. वरुड तहसील में इतना बडा हादसा होने पर भी सरकार की ओर से कोई भी मदद नहीं मिल पायी है. इस मामले की गंभीरता से दखल लेकर मृत लोगों के परिवारों को 10-10 लाख रुपए की मदद दी जानी चाहिए. वहीं हाल ही में हुई अतिवृष्टि के चलते फसलों का तत्काल ऑनस्पॉट पंचनामा कर किसानों को आर्थिक मदद दी जाए. नियमित कर्ज भरने वाले किसानों को घोषित किये गए 50 हजार रुपए का सानुग्रह अनुदान जाए, संतरा फल गलन रोकने के लिए तत्काल उपाय योजनाएं करने की भी मांग पूर्व कृषि मंत्री ने की. वहीं इस संदर्भ में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को निवेदन भेजा गया.
इस समय भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रा.नरेंद्र राउत, शहराध्यक्ष दिपक बांबल, दिलीप नारिंगे, आकाश सावरकर, भरत श्रीखंडकर, सुभाष ढगे, शंकर होले, नरेश बर्वे, सुरज ठोंबरे, प्रवीण कुंडलकर, निखिल उगलकर, भास्कर अढाउ, संजय आकोलकर, मोहन जीकाटे, अविनाश बोबडे, आशिष मोगरकर, ओमप्रकाश शर्मा, राजेंद्र वरुडकर, ऋषिकेश मुन्डेकर, शुभम ठाकरे आदि उपस्थित थे.

Related Articles

Back to top button