सहकार अधिकारी आमले बने हुए है अवैध साहुकारों के हस्तक
बुलढाणा निवासी किसान शिवाजी वायाल ने पत्रवार्ता में लगाया आरोप
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विभागीय आयुक्त कार्यालय के समक्ष शुरु किया है आमरण अनशन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ – बुलढाणा स्थित जिला उपनिबंधक (सहकारी संस्था) में सहकार अधिकारी के पद पर कार्यरत गजानन आमले पूरी तरह से अवैध साहुकारों के हस्तक बन चुके है और अवैध साहुकारों के साथ मिलीभगत करते हुए किसानों को साहुकारों के दलदल में ढकेलने का काम कर रहे है. ऐसे मेें गजानन आमले जैसे भ्रष्ठ अधिकारी को तत्काल पद से निलंबित करते हुए उनकी जांच की जानी चाहिए. इस आशय की मांग करते हुए बुलढाणा निवासी शिवाजी वायल नामक किसान द्बारा यह बुलाई गई पत्रवार्ता में बताया गया कि, इसी मांग को लेकर अवैध साहुकारी ग्रस्त किसानों द्बारा अपने परिवार सहित विभागीय आयुक्त कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन शुुरु किया गया.
इस पत्रवार्ता में बताया गया है कि, सहकार अधिकारी श्रेणी-1 के पद पर कार्यरत गजानन आमले की कारगुजारियों को लेकर इससे पहले भी क्षेत्र के किसानों द्बारा कई बार जिला उपनिबंधक कार्यालय एवं सहकार विभाग को शिकायत दी जा चुकी है. किंतु अब तक आमले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. बल्कि अनेकों बार गजानन आमले को बचाने का ही प्रयास किया गया. जिसकी वजह से किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पडा. इस समय यह भी कहा गया कि, सभी साहुकार ग्रस्त पीडीत किसान पहले ही अवैध साहुकारों की तकलीफों से त्रस्त हो चुके है और कई किसानों पर आत्महत्या करने की नौबत आन पडी है. किंतु सहकार विभाग द्बारा उनकी शिकायतों व तकलीफों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा. ऐसे में क्षेत्र के किसानों द्बारा अपने परिजनों सहित विभागीय आयुक्त कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन करना शुरु किया गया है.
इस पत्रवार्ता में शिवाजी वायल सहित शंकर वाघ, राधाकिसन गाडेकर, छगन आप्पा हिंगमीरे, विकास वाघ, कैलास ढोले, प्रदीप ठाकरे, गणेश मोकले, श्रीकांत ऐचार, गणपत कांडेलकर, किसन ढोले, रविंद्र कांडेलकर, रमेश तायडे, गजानन इंगले, अरविंद तायडे, अर्जुन चिंचोलकर, तेजस सोनोने, शिवाजी डकरे आदि उपस्थित थे.