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कठोरा रोड पर पेड़ की कटाई से समाजमन हिला

विश्व पर्यावरण दिवस की पार्श्वभूमि पर दुर्भाग्यपूर्ण घटना

  •  गार्डन क्लब ने की पेड़ को बचाने की कोशिश, ऑपरेशन रिवाइवल

अमरावती/प्रतिनिधि दि.3 – वृक्ष पालकत्व अभियान के तहत कठोर रोड पर सैकड़ों नागरिक अपने परिवार के साथ पेड़ों को बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. किंतु परिसर के एक दुकानदार ने इस सकारात्मक पहल पर बड़ा घाव कर दिया और करीब चार-पांच वर्ष पहले लगाए गए एक सदाबहार सप्तपर्णी वृक्ष को काट डाला. नारायण ट्रेडर्स के मालिक देवीदास ने अपने कर्मचारियों के साथ जीवित पेड़ पर कुल्हाड़ी से प्रहार किया और उस पेड़ को गिरा दिया जो सुंदर रूप से खड़ा था. यह दृश्य देख सभी वृक्षप्रेमियों के दिल पसीज गया. जिसके बाद परिसर के वृक्ष प्रेमी नागरिक बीती शाम से ही मौके पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इन सभी नागरिकों का कहना रहा कि, जिस पेड़ को उनके परिवार के हिस्से के रूप में लगाया जा रहा है, उसे इस तरह काटकर तोड दिया जाना बेहद दुर्भाग्यजनक है.
इसके साथ ही शहर में वृक्ष पालकत्व अभियान चलानेवाले अमरावती गार्डन क्लब ने नगर निगम और पुलिस प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए घटनास्थल पर धरना दिया. अंतत: कल देर रात अमरावती गार्डन क्लब के अध्यक्ष डॉ. दिनेश खेड़कर की शिकायत पर गाडगनेगर थाने में पेड़ काटने का गंभीर मामला दर्ज किया गया.
जानकारी है कि, पेड़ काटने के दौरान एक चश्मदीद गवाह द्वारा इस घटना की फोटो खींचते ही झाड काटनेवाला व्यक्ति फरार हो गया. इस वजह से झाड का आखरी सिरा बच गया. ऐसे में गार्डन क्लब के विशेषज्ञों और वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसरों ने इस पेड़ को बचाने के लिए ऑपरेशन रिवाइवल नामक एक अभिनव प्रयोग शुरू किया. जिसके तहत उसी पेड़ की शाखाओं को काटकर टूटे हुए हिस्सों को जोड़ने के लिए बांधा गया और मॉस लगाकर हार्मोन के साथ उसका इलाज किया गया. इसमें मंगेश वेलकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा. कई नागरिकों ने इस पूरे प्रयास की सफलता के लिए प्रार्थना की. इस समय कई लोगों का कहना रहा कि, हरे-भरे वृक्ष की पत्तियों व शाखाओं सहित पूरे पेड़ों को काटने की प्रथा पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है.
इस समय अमरावती गार्डन क्लब के अध्यक्ष डॉ. दिनेश खेड़कर, उपाध्यक्ष सुभाष भावे, कोषाध्यक्ष डॉ. शशांक देशमुख, सचिव डॉ. रेखा मग्गीरवार, सहसचिव डॉ. गणेश हेडावु, कार्यकारी सदस्य डॉ. उमेश कान्हेरकर, पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुचिता खोडके और वृक्ष संरक्षक सुरेश राउत, मिलिंद तट्टे, दिलीप नंदगवली, अशोक हांडे, डॉ चंदनसिंह राजपूत, आतिश पाटेकर, मंगेश अडगोकर, रामेश्वर चरपे, नीलिमा विखे, क्षिप्रा मानकर एवं इस इलाके के कई नागरिक उपस्थित थे.

जब कई नागरिक वृक्ष संरक्षण अभियान में शामिल हो गए हैं और एक एक पेड़ लगाकर इसे अपने परिवार के सदस्य के रूप में बचाया जा रहा है, ऐसे में एक पेड़ को काटना एक गंभीर अपराध है, यह बात स्पष्ट रुप से सामने आनी चाहिये. इन विघातक कार्यों को तभी प्रतिबंधित किया जा सकता है, जब ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देने वाला कानून हो. पर्यावरण की सुरक्षा के लिए काम कर रहे सभी संगठनों को वनों की कटाई को रोकने हेतु आवश्यक कदम उठाने चाहिए.
डॉ. दिनेश खेडकर,
अध्यक्ष, अमरावती गार्डन क्लब.

पेड़ों को काटे जाने के दौरान इस सड़क पर कई लोग आ-जा रहे होंगे, लेकिन क्या हम इतने भावहीन हो गए हैं कि किसी को इस घटना की गंभीरता का एहसास नहीं हो. मैं सभी सम्मानित नागरिकों से आग्रह करती हूं कि इस तरह की घटनाओं को तुरंत रोकें और शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे आएं.
डॉ. रेखा मग्गीरवार,
सचिव, अमरावती गार्डन क्लब.

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