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पुलिस अधिकारियों के तबादले का निर्णय आखिर गुलदस्ते में ही

ना घोषणा हुई, ना अधिसूचना जारी

  • एसपी, डीवाईएसपी दर्जे के 39 अधिकारियों को मांगी थी ‘चॉईस’

अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – दो दिन होकर भी तबादले की अपेक्षित सूची घोषित न होने से तथा इस संबंध में निकलने वाली अधिसूचना भी जारी न होने से तबादले की प्रतीक्षा में रहने वाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उत्सूकता अब चरम पर पहुंची है. जिससे तबादले की आस लगाकर बैठे अनेक पुलिस अधिकारियों ने एक दूसरे को फोनों फे्रंड कर गुलदस्ते में रखे गए निर्णय की पृष्ठभूमि जानने का प्रयास किया है.
पुलिस अधिक्षक दर्जे के अधिकारियों के प्रमोशन व तबादले की प्रक्रिया आमतौर पर जून की शुरुआत से शुरु की जाती थी. पिछले वर्ष पुलिस अधिकारियों के तबादले के संदर्भ में रश्मी शुक्ला ने फोन टैब कर वादंग खडा कर दिया था. इस मामले से सरकार घिर जाने के कारण पुलिस के तबादले का विषय कमाल का संवेदनशील बन चुका है. यह एक मुद्दा और दूसरा कोरोना का प्रादुर्भाव ध्यान में रखते हुए सरकार ने जून के पहले सप्ताह में पुलिस अधिकारियों के तबादले 30 जून से पहले नहीं किये जाएंगे, ऐसा एक परिपत्रक से स्पष्ट किया गया था. यानी राज्य पुलिस दल के अधिक्षक और उसके उपरी दर्जे के अधिकारियों के तबादले 30 जून के बाद किसी भी समय किये जाएंगे, ऐसा सीधा अर्थ निकालकर तबादले के लिए इच्छूक रहने वालों ने ‘फिल्डिंग टाइट’ की थी. अमरावती, नागपुर समेत विदर्भ के अनेक जगह के पुलिस अधिकारियों का इसमें समावेश था. पिछले सप्ताह में पुलिस महासंचालनालय से एक अलग ऑर्डर निकाली गई. उसमें तबादले के लिए पात्र रहने वाले और जिनकी तबादले के लिए बिनती अर्जी मान्य हुई, ऐसे पुलिस अधिक्षक, अतिरिक्त अधिक्षक दर्जे के 39 अधिकारियों की सूची घोषित कर उन्हें तबादले की जगह चॉईस मांगी थी. जिसे तबादले के लिए पात्र रहने वालों का उत्साह बढ गया था. 1 जुलाई को निश्चित रुप से तबादला होगा, ऐसा अनेकों को विश्वास था. जिससे उन्होंने इस तरह की तैयारी भी कर रखी थी. 1 जुलाई जाने के बाद 2 जुलाई को निश्चित यादी घोषित होगी, ऐसा अनेकों को विश्वास रहते हुए आज भी तबादले की सूची घोषित नहीं हुई. जिससे उत्सूकता चरम पर पहुंचे हुए अधिकारियों में से अनेकों ने जगह जगह अपने अपने मित्रों को, सोर्स को फोनों फे्रंड कर इस बाबत पूछताछ की. विशेष यह कि किसी भी अधिकारी की ओर से किसी को भी समाधानकारक जानकारी नहीं मिली. इसी कारण अलग ही अस्वस्थता इन अधिकारियों में निर्माण हुई है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के तबादले प्रलंबित रखने का सरकार ने निर्णय लिया तो इस तरह की सूचना गृहमंत्रालय, पुलिस महासंचालनालय की ओर से निकाली जाती है, लेकिन शनिवार 3 जुलाई को दोपहर 2 बजे तक किसी प्रकार का पत्र जारी न होने से तबादले की आस लगाकर बैठे हुए पुलिस अधिकारियों की दिल की धडकने मात्र तेज होने लगी है.

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