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जिले को मिली 12,900 वैक्सीन की नई खेप

धीरे-धीरे टीकाकरण पकड रहा रफ्तार

अमरावती/प्रतिनिधि दि.22 – विगत कुछ दिनों से कोविशिल्ड व को-वैक्सीन जैसी कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की किल्लत रहने की वजह से टीकाकरण की रफ्तार सुस्त हो गयी है और जैसे-जैसे वैक्सीन की खेप उपलब्ध हो रही है, वैसे-वैसे टीकाकरण केंद्रों को वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध कराते हुए लाभार्थियों को कोविड वैक्सीन के डोज लगाये जा रहे है. गत रोज अमरावती संभाग के लिए स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय को एक बार फिर 52 हजार 500 वैक्सीन की खेप उपलब्ध हुई. जिसमें से अमरावती जिले के लिए 12 हजार 900 वैक्सीन उपलब्ध करायी गयी. वैक्सीन के इस नये स्टॉक के जरिये कई टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन का पहला व दूसरा डोज लगाये जाने का काम शुरू किया गया.
बता दें कि, अमरावती शहर सहित जिले में विगत 16 जनवरी से कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन लगाये जाने हेतु टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था. जिसके पहले चरण में हेल्थ केयर वर्करों व दूसरे चरण में फ्रंटलाईन वर्करों को कोविड वैक्सीन का डोज लगाने के साथ ही तीसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक आयुवाले बुजुर्ग नागरिकों व 45 वर्ष से अधिक आयुवाले बीमार व्यक्तियों को को-वैक्सीन लगाये जाने का काम शुरू कर दिया गया है. साथ ही 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयुवाले सभी लोगों को कोविड वैक्सीन का टीका लगाया जाने लगा. किंतु जहां एक ओर कोविड वैक्सीन लगवानेवाले लाभार्थियों की संख्या बढ रही है, वहीं दूसरी ओर अब प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की आपूर्ति व उपलब्धता कम पडने लगी है. जिसकी वजह से टीकाकरण की रफ्तार सुस्त हो गयी है. साथ ही कई टीकाकरण केंद्रों को भी बंद करना पडा है.
यहां यह सर्वाधिक उल्लेखनीय है कि, कोविड टीकाकरण अभियान के तहत लाभार्थियों को प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के दो डोज दिये जाते है और पहला डोज लेने के 4 से 6 सप्ताह पश्चात दूसरे डोज का टीका लगाया जाता है. किंतु इन दिनों वैक्सीन का स्टॉक ही उपलब्ध नहीं रहने की वजह से जहां एक ओर नये लाभार्थियों को प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का पहला डोज नहीं लग पा रहा. वहीं दूसरी ओर जो लोग इससे पहले पहला डोज लगवा चुके है, उन्हें दूसरे डोज के लिए काफी इंतजार करना पड रहा है.

  • कहीं पहला, तो कहीं दूसरा डोज उपलब्ध

बता दें कि, इस समय कोविशिल्ड व को-वैक्सीन नामक दो प्रतिबंधात्मक वैक्सीन उपलब्ध है और जिस वैक्सीन का पहला डोज लिया गया है, उसी वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाना अनिवार्य है. किंतु इस समय हालात यह है कि, कभी कोविशिल्ड का स्टॉक खत्म हो जाता है, तो कभी को-वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध नहीं होता. इसी तरह कभी कोविशिल्ड का स्टॉक आता है, तो कभी को-वैक्सीन का. ऐसे में संबंधित वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके मरीजों को उसी वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध होने की प्रतीक्षा करनी पडती है.
यहां उल्लेखनीय यह भी है कि, अमरावती शहर सहित जिले में रोजाना करीब 8 हजार वैक्सीन की जरूरत पड रही है. ऐसे में स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय से मिलनेवाले 10-12 हजार वैक्सीन के स्टॉक से केवल एक-डेढ दिन का ही काम चल सकता है और वैक्सीन का स्टॉक खत्म होते ही टीकाकरण का काम दुबारा बंद करना पडता है.

  •  कहीं पर भीडभाड, कहीं पर सन्नाटा

बता दें कि, अमरावती शहर सहित जिले में स्वास्थ्य महकमे द्वारा कोविड वैक्सीनेशन हेतु कुल 125 टीकाकरण केंद्र शुरू किये गये थे. किंतु कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की किल्लत शुरू होने के बाद केवल 50 से 60 टीकाकरण केंद्रों पर ही वैक्सीनेशन का काम चल रहा है और शेष केंद्रों पर ताला लटका हुआ है. ऐसे में नागरिकों में इस बात को लेकर संभ्रम देखा जाता है कि, किस सेंटर पर टीकाकरण चल रहा है और कहां पर बंद है.

  • अचलपुर उपजिला अस्पताल में चार दिनों से नहीं वैक्सीन

जानकारी के मुताबिक अचलपुर के उपजिला अस्पताल में विगत तीन-चार दिनों से कोविड वैक्सीन का टीका लगाया जाना बंद है. जबकि दो दिन पहले ही अमरावती जिले को करीब साढे 22 हजार वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध कराया गया था. इसके बावजूद अमरावती महानगर के बाद सर्वाधिक संक्रमित रहनेवाले अचलपुर के उपजिला अस्पताल में कोविड वैक्सीन का डोज कैसे उपलब्ध नहीं कराया गया, यह अपने आप में बेहद आश्चर्यजनक है. जबकि जिला स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केेंद्रों तक को रोजाना 100-100 लाभार्थियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य देते हुए उपलब्ध स्टॉक में से आवश्यक डोज दिये जा रहे है. लेकिन अचलपुर तहसील के सबसे बडे एवं उपजिला अस्पताल का दर्जा रहनेवाले सरकारी अस्पताल के टीकाकरण केंद्र में ही डोज विगत चार-पांच दिनों से उपलब्ध नहीं है.

  • स्टॉक की उपलब्धता के अनुसार किया जा रहा आवंटन

इस समय समूचे राज्य और देश में कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की किल्लत देखी जा रही है. जिला प्रशासन द्वारा राज्य के स्वास्थ्य विभाग को समय-समय पर अपनी जरूरत से अवगत कराया जा रहा है तथा स्वास्थ्य महकमे द्वारा जैसे-जैसे स्टॉक उपलब्ध कराया जा रहा है, वैसे-वैसे हम जिले के सभी टीकाकरण केंद्रों को वैक्सीन का स्टॉक वितरित कर रहे है और लाभार्थियों को प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के टीके लगाये जा रहे है. जल्द ही वैक्सीन की आपूर्ति सुचारू हो जायेगी. अत: किसी को भी फिक्र करने की जरूरत नहीं है.
– शैलेश नवाल
जिलाधीश, अमरावती

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