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अगले सप्ताह भी तीसरी श्रेणी में ही रहेगा जिला

  •  अनलॉक के तहत कोई अतिरिक्त छूट नहीं मिलने जा रही

  •  मरीज संख्या कम होने के बावजूद औसत पॉजीटिविटी रेट है 5.1 फीसद

  •  हालात और नियंत्रित होने के बाद अधिक रियायत पर किया जायेगा विचार

  •  जिलाधीश शैलेश नवाल ने दी जानकारी

  •  लोगों से नियमों का पालन करने की अपील भी की

अमरावती/प्रतिनिधि दि.11  – राज्य सरकार द्वारा विगत 7 जून से राज्य में अनलॉक की प्रक्रिया को शुरू करते हुए अनलॉक हेतु जिलानिहाय स्थिति के लिहाज से पांच अलग-अलग श्रेणियां तय की गई थी और हर श्रेणी के लिए छूट के अलग-अलग मानक तय किये गये थे. जिसके तहत अमरावती जिले को तीसरी श्रेणीवाले जिलों में रखा गया था. इसके बाद अमरावती जिले में रोजाना पाये जानेवाले कोविड संक्रमितों की संख्या कम होने के साथ-साथ पॉजीटिविटी रेट में भी अच्छीखासी कमी देखी जाने लगी. जिसकी वजह से यह उम्मीद बंधती नजर आयी कि, साप्ताहिक समीक्षा के बाद आगामी सप्ताह से अमरावती जिले को तीसरी श्रेणी से दूसरी श्रेणी में ‘प्रमोट’ करते हुए यहां पर आगामी सोमवार 14 जून से कुछ अतिरिक्त छूट मिलेगी. किंतु इस संदर्भ में जानकारी हासिल करने हेतु संपर्क किये जाने पर जिलाधीश शैलेश नवाल ने बताया कि, अगले सप्ताह भी अमरावती जिला तीसरी श्रेणी में ही रहेगा और इस समय जो छूट दी गई है, वहीं छूट अगले सप्ताह भी जारी रहेगी.
इस संदर्भ में जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक यद्यपि इस वक्त अमरावती जिले में संक्रमितों की संख्या और पॉजीटिविटी रेट काफी हद तक घट गये है. किंतु अमरावती जिले का औसत पॉजीटिविटी रेट इस समय 5.1 फीसदी है. ऐसे में अमरावती जिले को फिलहाल तीसरी श्रेणी में ही रखने का निर्णय लिया गया है और अगले सप्ताह के दौरान यदि पॉजीटिविटी रेट में कमी आती है, मौतोें की संख्या घटती है तथा रिकवरी रेट में इजाफा होता है, तो उस समय हालात की समीक्षा करते हुए अमरावती जिले को कुछ अतिरिक्त छुट देने के बारे में विचार किया जा सकता है. किंतु तब तक मौजूदा स्थिति को ही कायम रखा जायेगा.
इस समय संभाग के अन्य जिलों में रोजाना 100 से कम कोविड संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. वहीं दो दिन पहले तक अमरावती में रोजाना पाये जानेवाले मरीजों की संख्या 200 से 250 के आसपास थी. जो इस समय भी 100 से अधिक है. इस ओर ध्यान दिलाये जाने पर जिलाधीश शैलेश नवाल ने कहा कि, इस वक्त अमरावती जिले में बडे पैमाने पर कोविड संदेहितों की कोविड टेस्ट की जा रही है. जिसमें से मात्र ढाई से तीन प्रतिशत लोगों की रिपोर्ट पॉजीटीव आ रही है. अन्य जिलों में टेस्टिंग की क्या स्थिति है, यह देखना पडेगा. जिसके बाद ही तुलनात्मक रूप से कुछ कहा जा सकेगा. जिलाधीश नवाल के मुताबिक सबसे बडी राहतवाली बात यह है कि, अमरावती जिले में विगत फरवरी से मार्च-अप्रैल माह तक संक्रमण को लेकर जो हालात थे, वैसे हालात अब नहीं है और स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है. यहीं वजह है कि, जिले को पांचवी में से तीसरी श्रेणी में रखकर अनलॉक की प्रक्रिया के तहत काफी हद तक छूट मिली है और यदि अमरावती जिलावासियों द्वारा कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का आगे भी कडाईपूर्वक पालन किया जाता है, तो जल्द ही हालात और भी अधिक नियंत्रण में आयेंगे, जिसके बाद अमरावती जिले में अनलॉक का दायरा बढाया जायेगा.

  • 46 में से 18 कोविड अस्पताल पूरी तरह खाली

सर्वाधिक 151 मरीज सुपर कोविड में भरती
बता दें कि, अमरावती जिले में कोविड संक्रमित मरीजों को भरती करने हेतु कुल 46 सरकारी व निजी कोविड अस्पताल व कोविड केयर सेंटर खोले गये है. जहां पर 2 हजार 370 बेड उपलब्ध कराये गये है. जिसमें से इस समय केवल 429 बेड पर मरीज भरती है और 1 हजार 941 बेड रिक्त पडे है. जिले के एकमात्र व सबसे बडे सरकारी सुपर कोविड अस्पताल में सबसे अधिक 450 बेड की व्यवस्था है. जहां पर इस समय 151 मरीज भरती है. इसके अलावा निजी कोविड अस्पताल के रूप में काम कर रहे एक्झॉन हॉस्पिटल में 4, बख्तार हॉस्पिटल में 9, बेस्ट हॉस्पिटल में 15, चौधरी हॉस्पिटल में 9, दयासागर हॉस्पिटल में 22, दुर्वांकुर हॉस्पिटल में 2, महावीर हॉस्पिटल में 5, अमरावती कोविड 2, ऑरचिड हॉस्पिटल में 6, पारश्री हॉस्पिटल में 3, पारिजात हॉस्पिटल में 1, पारिजात हॉस्पिटल में 1, पाटनकर हॉस्पिटल में 3, पीडीएमसी हॉस्पिटल में 25, रिम्स हॉस्पिटल में 5, सोनोने हॉस्पिटल में 5, यादगीरे हॉस्पिटल में 3, कुटीर हॉस्पिटल में 39, एकता हॉस्पिटल में 2, गजानन महाराज हॉस्पिटल में 19, गुलाबबाग हॉस्पिटल में 15, महात्मा गांधी ट्रायबल हॉस्पिटल में 2, चौधरी हॉस्पिटल में 2, रूरल हॉस्पिटल में 21, दर्यापुर एसडीएच में 9, मोर्शी एसडीएच 7, धारणी एसडीएच 4, तिवसा ट्रामा सेंटर में 10, नांदगांव खंडे. ट्रामा सेंटर में 27 मरीज भरती है. वहीं नवले हॉस्पिटल, बारब्दे हॉस्पिटल, सिटी हॉस्पिटल, दामोदर हॉस्पिटल, गोडे हॉस्पिटल, किटुकले हॉस्पिटल, लाईफकेअर हॉस्पिटल, साई हॉस्पिटल, श्रीपाद हॉस्पिटल, सनशाईन हॉस्पिटल, झेनिथ हॉस्पिटल, न्यू लाईफ हॉस्पिटल, वरूड हॉस्पिटल, येंडे हॉस्पिटल, आरोग्यम् हॉस्पिटल, काले हॉस्पिटल व गुरूकृपा हॉस्पिटल इन कोेविड अस्पतालों में इस वक्त एक भी कोविड संक्रमित मरीज भरती नहीं है. साथ ही इनमें से कई निजी कोविड अस्पतालों के संचालकों ने अपने-अपने कोविड अस्पताल बंद करने के लिए जिला व मनपा प्रशासन के पास आवेदन किया है. किंतु उन्हें फिलहाल 20 प्रतिशत बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखते हुए शेष 80 फीसदी बेड पर नॉन कोविड मरीजों को स्वतंत्र रूप से भरती करने की अनुमति दी गई है.

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