महावितरण की आर्थिक स्थिति गंभीर रहने से वसूली के सिवाय विकल्प नहीं
प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी के निर्देश
अमरावती/दि.२१ – कोयला किल्लते के चलते राज्य में बिजली संकट निर्माण हुआ है. राज्य में बिजली की डिमांड को पूरा करने के लिए महावितरण की ओर से काफी महंगे दरों में बिजली खरीदकर ग्राहकों की बिजली जरूरतों को पूरा किया जा रहा है. इस स्थिति में बिजली ग्राहकों से पूरा बिजली बिल वसूल करने के लिए प्रयास करने के निर्देश प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी ने दिए. इसके अलावा जो बिजली ग्राहक बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहा है, उनका बिजली आपूर्ति खंडित करने की सूचनाएं भी उन्होंने दी.
विद्युत भवन में हुई अमरावती परिमंडल की समीक्षा बैठक में वे बोल रहे थे. बैठक में मुख्य अभियंता पुष्पा चव्हाण,उप महाप्रबंधक ( विवले)शरद दाहेदार,अधिक्षक अभियंता दिलीप खानंदे, दीपक देवहाते मौजूद थे.
इस समय सुहास रंगारी ने कहा कि बकाया के चलते महावितरण कंपनी भी गंभीर आर्थिक हालातों से गुजर रही है. बिजली निर्मिती कंपनियों को समय पर बिल का भुगतान नहीं करने पर बिजली मिलना भी कठीन है. सामाजिक हितों का जतन करते हुए यह कंपनी चलाने के लिए प्रतिमाह लगनेवाला राजस्व नहीं मिलने से कंपनी की आर्थिक हालात काफी कमजोर हो चुकी है. इसीलिए वितरित किए गए बिजली का प्रत्येक यूनिट बकाया सहित प्रतिमाह बिजली बिल वसूली होनी ही चाहिए. इसके लिए सभी ने प्रयास करना चाहिए.
इस दौरान उन्होंने विद्युत भवन में विद्युत सहायक पद के लिए चुने गए १९७ उम्मीदवारों के दस्तावेजों की पडताल कर भेंट कर दस्तावेजों की पडताल प्रक्रिया जानी. संबंधित चुने गए उम्मीदवारों से चर्चा भी की. समीक्षा बैठक में अमरावती व यवतमाल जिले के सभी विभागीय कार्यकारी अभियंता तथा उपविभागीय अभियंता के अलावा वित्त व लेखा विभाग के अधिकारी मौजूद थे.