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टीकाकरण हेतु प्रशासन के प्रयास सराहनीय, पर थोडा और जोर लगाना होगा

पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील की सलाह

अमरावती/प्रतिनिधि दि.23 – विगत 16 जनवरी से चल रहे कोविड टीकाकरण अभियान में जिला प्रशासन द्वारा बेहद शानदार काम किया गया है. जिसकी वजह से संभाग में अमरावती जिले को सबसे अधिक कोविशिल्ड व को-वैक्सीन के डोज उपलब्ध हुए और अब तक अमरावती जिले में टीकाकरण का काम बडे ही शानदार ढंग से चला. किंतु इन दिनों कोविड वैक्सीन की आपूर्ति का समीकरण गडबडा जाने की वजह से टीकाकरण का काम प्रभावित हुआ है. अत: वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर प्रशासन ने और अधिक जोर लगाना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन पूर्व जिला पालकमंत्री व विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील द्वारा किया गया.
दैनिक अमरावती मंडल के साथ बातचीत में पूर्व पालकमंत्री पोटे ने कहा कि, पश्चिम विदर्भ में टीकाकरण अभियान के पहले चरण से सर्वाधिक वैक्सीन अमरावती जिले के हिस्से में आयी और यहां पर प्रशासन द्वारा की गई जनजागृति की वजह से तीनों चरण में पहले डोज का वैक्सीनेशन सबसे शानदार रहा. साथ ही कई लाभार्थियों ने अपना दूसरा डोज भी लगवा लिया है. किंतु इस समय वैक्सीन की किल्लत हो जाने की वजह से पहला डोज लगवा चुके कई लाभार्थियों को दूसरे डोज के लिए लंबा इंतजार करना पड रहा है. साथ ही वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं होने की वजह से कई लोग अपना पहला डोज भी नहीं लगवा पा रहे. पोटे के मुताबिक जिन लोगों ने पहले डोज में कोविशिल्ड का टीका लगवाया है, उन्हें कोविशिल्ड का ही दूसरा डोज दिया जाना अनिवार्य है. ऐसा ही को-वैक्सीन का पहला डोज लगवानेवालों के साथ भी है. किंतु इन दिनों टीकाकरण केंद्रों पर कभी कोविशिल्ड की वैक्सीन उपलब्ध होती है और कभी को-वैक्सीन की आपूर्ति होती है. ऐसे में दूसरे डोज का नियोजन गडबडा रहा है.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, अमरावती सहित जिले के जिन टीकाकरण केंद्रों पर कोविशिल्ड व को-वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया है, उनकी जानकारी उन्होंने जिला प्रशासन सहित संभागीय राजस्व आयुक्त पीयूष सिंह को दी है तथा आयुक्त पीयूष सिंह ने उन्हें जल्द से जल्द सभी टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध कराने के संदर्भ में आश्वस्त किया है. इस जानकारी के साथ ही पूर्व पालकमंत्री पोटे ने कहा कि, जिला एवं स्वास्थ्य प्रशासन ने अब तक जिस शानदार ढंग से काम किया है, उसे आगे भी जारी रखा जाना चाहिए, ताकि कोरोना के खिलाफ जंग में हम जीत हासिल कर सके. किंतु यदि इस मोड पर थोडी सी भी ढिलाई या सुस्ताई होती है, तो अब की तक गई पूरी मेहनत व्यर्थ हो सकती है. अत: प्रशासन को पूरी तरह से मुस्तैद रहना होगा.

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