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नकली फर्म खोलकर करोडों रूपयों का कपास बेचा

  • सरकार का १२.४ करोड का टैक्स डूबोया

  • तीन लोगों को लिया हिरासत में

अमरावती/दि.८ – दूसरे के नाम पर नकली फर्म खोलकर करोडों रुपयों के कपास की खरीदी-बिक्री करनेवाले गोपाल निर्मल, संजय प्रयाल व संजय साहु को क्राईम ब्रांच की टीम ने हिरासत में लिया है. तीनों को पुलिस रिमांड में लेकर जांच की जा रही है.
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी गोपाल निर्मल, संजय प्रयाल व संजय साहु ने खेतहर मजदूर रहनेवाले कैलास राऊत का चुनावी कार्ड, बिजली बिल, राशन कार्ड, टैक्स रसीद, पासपोर्ट फोटो लेकर मोर्शी में वर्ष २०१० में रॉयल एंटरप्राईजेस नामक नकली फर्म शुरू की. इस फर्म के माध्यम से अमरावती जिला सहित अन्य जिलों के फर्म सलीम ट्रेडिंग कंपनी, दिलीपा वाढोणा, ईगल ट्रेडर्स, पूनम टे्रडर्स, लकी जिनिंग, कोहिनुर ट्रेडर्स, नितीन एंटरप्राईजेस, जे. एस. कॉटन इंडस्ट्रीज, दयाल इंडस्ट्रीज, देवाशिष जिनिंग, किसान एंटरप्राईजेस, काकाणी ट्रेडिंग कंपनी, पुखराज ट्रेडर्स, श्री दुर्गा ट्रेडींग कंपनी इन कपास व्यापारियों के साथ वर्ष २०१० से २०१६ के दरम्यिान सैंकडों करोड़ रुपयों के कपास की खरीदी-बिक्री की. इसके बाद इस संबंध में शिकायत दर्ज करायी गई. मोर्शी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा ४२०, ४१९,४८८,४७१,१२०(ब), 177, 34 के तहत अपराध दर्ज किया था. मामले की जांच करने का जिम्मा क्राईम ब्रांच को सौंपा गया. जिसके बाद अकाउंटट गोपाल निर्मल व उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया. पता चला है कि आरोपियों ने वरूड में ऑटो चालक विनायक तलोकार के नाम पर महाराष्ट्र टे्रडिंग कंपनी, अमरावती समाचार पत्र विक्रेता सुरेश अनासने के नाम पर विदर्भ कॉटन जैसे अलग-अलग नाम से नकली फर्म खोलकर करोडों रुपयों का कपास का करोबार करते हुए सरकार का तकरीबन १२ करोड ४० लाख रुपयों का टैक्स डूबोया. अमरावती शहर के अन्य फर्म ने भी नकली फर्म स्थापित कर आयटीसी का लाभ उठाया. क्राईम ब्रांच पुलिस टीम ने इस मामले में सभी आरोपियों को हिरासत में लिया है. फिलहाल तीनों पुलिस रिमांड में है. करोड़ों रुपयों की धांदली की जांच क्राईम ब्रांच की ओर से की जा रही है. पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में जांच की जा रही है.

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