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फिश प्लेट गायब होने से ही घटित हुआ था ‘वह’ रेल हादसा

15 अगस्त की सुबह 7 बजे बेपटरी हुए थे मालगाडी के 22 डिब्बे

  • मामले की जांच शुरू, दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

अमरावती/प्रतिनिधि दि.18 – विगत रविवार 15 अगस्त को अमरावती-नरखेड रेल मार्ग के बीच बल्लारशा से भुसावल की ओर कोयला लेकर जा रही 29 वैगनवाली मालगाडी के 22 डिब्बे पटरी छोडकर नीचे उतर गये थे. इस हादसे की वजह से रेल महकमे सहित आम लोगों में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया था, क्योंकि कुछ समय बाद इसी रेल्वे ट्रैक से होकर नरखेड-काचीगुडा एक्सप्रेस को गुजरना था. यही यह हादसा उस एक्सप्रेस ट्रेन के साथ घटित होता, तो बडे पैमाने पर जनहानि हो सकती थी. ऐसे में रेल प्रशासन द्वारा इस मामले की बेहद गंभीरतापूर्वक जांच करनी शुरू की गई. जिसके तहत पता चला है कि, रेल्वे पटरियों से फिश प्लेट गायब रहने की वजह से यह हादसा घटित हुआ है. ऐसे में अब इस बात की जांच की जा रही है कि, रेल्वे पटरियों से फिश प्लेट कैसे चोरी हुई और फिश प्लेट चोरी होने की बात रेल्वे सुरक्षा बल एवं गैंगमैन के ध्यान में कैसे नहीं आयी. साथ ही रेल्वे प्रशासन द्वारा कहा गया है कि, जांच में दोषी पाये जानेवाले लोगों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जायेगी.
बता दें कि, विगत 14 से 15 अगस्त की दरम्यानी रात एक मालगाडी कोयला लेकर बल्लारशा से भुसावल जाने हेतु रवाना हुई. यह मालगाडी नरखेड रेल्वे स्टेशन पार करते हुए जैसे ही अमरावती की ओर आगे बढी, तो नया अमरावती रेल्वे स्टेशन पहुंचने से पहले शिराला रेल्वे स्टेशन के पास इस मालगाडी के 22 डिब्बे पटरी से नीचे उतर गये और जमीन पर उलट गये. जिसकी वजह से जमीन पर चारों ओर कोयला बिखर गया. साथ ही रेल्वे पटरियों के क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से यहां पर रेल यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ. इसके अलावा इस रेल मार्ग की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लगता दिखाई दिया, क्योंकि इसी रेल्वे ट्रैक से होकर नरखेड-काचीगुडा, अमरावती-नरखेड, सिकंदराबाद-जयपुर, भुसावल-नरखेड व यशवंतपूर-इंदौर ट्रेन का आना-जाना चलता है. यदि यह हादसा इनमें से किसी ट्रेन के साथ घटित होता, तो बडे पैमाने पर जनहानि हो सकती थी. इस बात के मद्देनजर रेल प्रशासन ने इसे बेहद गंभीरता से लिया है और हादसे की जानकारी मिलते ही भुसावल मध्य रेल विभाग के प्रबंधक एस. एस. केडिया, अतिरिक्त प्रबंधक मनोज सिन्हा, सहायक वाणिज्य प्रबंधक बागडे सहित अमरावती, बडनेरा व अकोला के रेल्वे अधिकारी पहुंचे. जिन्होंने मामले की जांच हेतु आवश्यक दिशानिर्देश जारी करने के साथ-साथ इस रेल्वे ट्रैक को दुरूस्त करने और यहां से रेल यातायात पहले की तरह पूर्ववत कराने हेतु आवश्यक कदम भी उठाये. जिसके तहत रविवार की देर रात तक काम जारी रखते हुए दुर्घटनाग्रस्त मालगाडी के डिब्बों को रेल्वे पटरियों से हटाया गया और सोमवार को रेल्वे पटरियों को दुरूस्त करते हुए यहां से रेल यातायात शुरू किया गया.

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