* पूरे कार्यालय को ठोंका ताला
* आज भी ज्वाईंट नहीं हुए उपायुक्त महोदय
अमरावती /दि. 9– मनपा उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले की काम में लापरवाही बरतने और अन्य कारणों से मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने हकालपट्टी कर दी. पश्चात इस प्रकरण में मनपा में ‘शह’ और ‘मात’ का खेल शुरु हो गया है. उपायुक्त के कहे मुताबिक इस प्रकरण में तीन दिन पूर्व मैट से स्थगनादेश लाने के बावजूद वें अब तक अपने पद पर ज्वाईंट नहीं हुए हैं. वहीं आयुक्त ने उनके दोनों पीए और चपराशी को वहां से हटाकर पूरे कार्यालय को ही ताला ठोंक दिया है. इस कारण मामला और भी गरमाने की संभावना है.
काम में उदासीनता, मनमाना कारोबार, सरकार विरोधी वक्तव्य और प्रशासकीय काम में असहयोग का आरोप करते हुए गत सोमवार को मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने उपायुक्त (सामान्य प्रशासन) जुम्मा प्यारेवाले को पद से हटाने के आदेश दिए. पश्चात उनके कक्ष को ताला ठोंक दिया. इस घटना से प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मच गई. मनपा के इतिहास में आयुक्त द्वारा की गई इस तरह की यह पहली ही कार्रवाई है. प्यारेवाले को कार्यमुक्त करने के बाद उन्होंने मैट में चुनौती देते हुए आयुक्त के आदेश पर स्थगिती प्राप्त की. लेकिन अब तक ऐसे कोई भी आदेश प्राप्त न होने की बात पुलिस आयुक्त ने कही है. दो दिन तक जुम्मा प्यारेवाले मनपा कार्यालय पहुंचकर अपना पदभार फिर से संभालेंगे ऐसा कहा जा रहा था. उपायुक्त ने भी अमरावती मंडल से बातचीत करते हुए कहा था कि, वें तत्काल आकर अपना कार्यभार संभाल लेंगे. लेकिन आज तीसरे दिन भी वें मनपा कार्यालय नहीं पहुंचे, वहीं दूसरी तरफ आज जुम्मा प्यारेवाले के पूरे कार्यालय को बाहर से ताला ठोंक दिया गया है और वहां कार्यरत उनके पीए दिनेश देशमुख, नीलेश बाविस्कर और सिपाही अविनाश टवले व फड को हटाकर जीएडी (सामान्य प्रशासन) अटैच कर दिया गया है. इस कारण मनपा में ‘शह’ और ‘मात’ का खेल शुरु हुआ दिखाई देता है. इस कारण यह मामला गरमाने की संभावना हैं.
* कोई अधिकारी बोलने तैयार नहीं
इस संबंध में मनपा आयुक्त देवीदास पवार से संपर्क करने पर उनसे बातचीत नहीं हो पाई. वहीं मनपा के अन्य अधिकारी इस प्रकरण में कुछ बोलने तैयार नहीं है. कर्मचारियों में भी इस प्रकरण को लेकर तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है.