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महाशिवरात्रि पर इस बार कोरोना का साया

कोंडेश्वर, खंडेश्वर, सालबर्डी में नहीं लगेगा मेला

  • सादगीपूर्ण होगी भोलेनाथ की पूजा

अमरावती प्रतिनिधि/ दि.१० – अमरावती शहर और जिले में हर वर्ष महाशिवरात्रि का पर्व बडे भक्तिभाव के साथ मनाया जाता है. जिले के सभी प्राचीन शिवालयों में महाशिवरात्रि पर दर्शन के लिए भक्तों की भीड लगी रहती है. शिवभक्तों के लिए महाशिवरात्रि का यह पर्व बडे उत्सव की तरह होता है. शहर के प्राचीन गडगडेश्वर मंदिर, भुतेश्वर मंदिर, पातालेश्वर मंदिर, सोमेश्वर मंदिर के साथ ही बडनेरा के समीप कोंडेश्वर, नांदगांव के प्राचीन खंडेश्वर मंदिर, चांदूर रेलवे मार्ग के तपोवनेश्वर मंदिर तथा जिले के प्राचीन सालबर्डी में महाशिवरात्रि उत्सव भक्तिभाव के साथ मनाया जाता है, लेकिन इस बार महाशिवरात्रि पर कोरोना का साया रहने से सभी शिवालयों में कल 11 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व सादगीपूर्ण तरीके से मनाया जायेगा. पूजापाठ के बाद सभी शिवालयों के पाट बंद कर दिये जायेंगे. मुख्य शिवालयों में महाशिवरात्रि पर्व के 4 दिन पहले ही मंदिर दर्शन के लिए बंद रखे जाने बाबत के बोर्ड लगाये गए है. इस कारण शहर और जिले के सभी शिवायलों में कल पहली बार सन्नाटे का महौल दिखाई देें रहा है.
उल्लेखनीय है कि फाल्गुन मास की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. महाशिवरात्रि के एक सप्ताह पहले ही सभी शिवालयों में इस पर्व की तैयारियां शुुरु हो जाती है. विशेषकर अंजनगांव बारी ग्रामपंचायत अंतर्गत आने वाले कोंडेश्वर मंदिर, शहर में गडगडेश्वर मंदिर, भुतेश्वर चौक स्थित भुतेश्वर मंदिर, अमरावती जिले के नांदगांव खंडेश्वर तहसील अंतर्गत आने वाले खंडेश्वर मंंदिर, चांदूर रेलवे मार्ग पर स्थित तपोवनेश्वर मंदिर और मोर्शी तहसील के महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश सीमा पर स्थित सालबर्डी में महाशिवरात्रि महोत्सव बडे ही उत्साह के साथ मनाया जाता है, लेकिन इन सभी जगहों पर आयोजित महाशिवरात्रि उत्सव इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दिये गए है. इन सभी शिवालयों में महाशिवरात्रि पर सुबह से ही भक्त भोलेनाथ के स्वरुप शिवलिंग की आराधना करते है. महाशिवरात्रि पर सुबह सबेरे भालेनाथ का दुग्धाभिषेक कर उन्हें आकर्षक रुप से सजाया जाता है. पूजा में पुष्प, बेलपत्री, धतुरा, मंदार धुप, दही, देशी घी, शहद, गंगाजल , चंदन आदि का उपयोग किया करते है. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को माता पार्वती की पूजा अर्चना कर उन्हें प्रसन्न करने भक्त व्रत रखते है. यह पावन पर्व इस बार कल गुरुवार 11 मार्च को आ रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार महाशिवरात्रि को धुमधाम से मनाने की अनुमति नहीं है, लेकिन भक्तों व्दारा सादगी पूर्ण रुप से मंदिरों में चुनिंदा भक्तों की उपस्थिति में भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाएगी. उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी में मंदिरोंं के दरवाजे अभी भी बंद है. वहीं शहर व जिले के विविध शिवालयों में हर वर्ष आयोजित यात्रा रद्द कर दिये जाने की घोषणा जिला प्रशासन ने पहले ही कर दी है.

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