पांच दिवसीय शिवमहापुराण कथा का हुआ भव्य-दिव्य समापन
कथा समाप्ति पर लाखों भाविकों ने आरती सहित हनुमान चालीसा का किया सामूहिक पठन
* राणा दम्पति ने सिर पर पोथी व कलश धारण कर दी पं. प्रदीप मिश्रा को विदाई
* अंतिम दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज अहिर की रही उपस्थिति
* भाविकों में दिखी आयोजन स्थल की मिट्टी उठाने की होड
* प्रसाद के लिए उमडी लाखों श्रद्धालुओं की भीड
अमरावती /दि.20– समिपस्थ भानखेडा रोड स्थित हनुमान गढी में विगत 16 दिसंबर से शुरु हुई पांच दिवसीय शिवमहापुराण कथा का आज 20 दिसंबर को पांचवे और अंतिम दिन सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक चले कथा प्रवचन के पश्चात भव्य-दिव्य समापन हुआ. कथा समाप्ति पर लाखों भाविकों ने भगवान भोलेनाथ की आरती करने के साथ ही हनुमान चालीसा का सामूहिक पठन किया. जिसके उपरान्त सांसद नवनीत राणा ने अपने सिर पर मंगल कलश तथा विधायक रवि राणा ने अपने सिर पर शिवमहापुराण कथा की पोथी धारण करते हुए कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कथा प्रवक्ता पं. प्रदीप मिश्रा को आयोजन स्थल से विदाई दी. इस समय पं. प्रदीप मिश्रा के चरण स्पर्श करने और उनके हाथों कम से कम एक बेलपत्र प्राप्त करने के लिए भाविक श्रद्धालुओं में अच्छी खासी होड मच गई थी. जिसके चलते स्वयंसेवकों को सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने हेतु जबर्दस्त मशक्कत करनी पडी. विशेष उल्लेखनीय है कि, पांच दिवसीय कथा के अंतिम दिन पूर्व केेंद्रीय मंत्री हंसराज अहिर भी उपस्थित थे और उन्होंने पूरा समय कथा पंडाल में बैठकर कथा का श्रवण किया.
* कथास्थल पर बनेगा भव्य शिव मंदिर
जिस स्थान पर पं. प्रदीप मिश्रा के लिए कथा सुनाने हेतु कथा पंडाल में व्यासपीठ बनाया गया है, उसी स्थान पर एक भव्य शिव मंदिर बनाने की घोषणा राणा दम्पति द्वारा कथा के समापन अवसर पर किया गया. साथ ही मंदिर निर्माण पश्चात शिवलिंग पर पं. प्रदीप मिश्रा को एक लोटा जल चढाने हेतु आने का आमंत्रण दिया. जिसे पं. प्रदीप मिश्रा ने सहर्ष स्वीकार भी किया. साथ ही इस समय राणा दम्पति ने अपने एक वर्ष के मानधन से गरीब महिलाओं को मध्यप्रदेश स्थित सिहोर ले जाने का वादा भी किया.
* तडके 3 बजे से ही कथास्थल की ओर जाने लगे थे भाविक
बता दें कि, इस पांच दिवसीय आयोजन के पहले 4 दिन रोजाना दोपहर 1 से 4 बजे तक कथा का आयोजन होता था. वहीं अंतिम दिन सुबह 8 से 11 बजे तक कथा का समय निर्धारित किया गया था. जिसके चलते आज तडके 3 बजे से ही भाविक श्रद्धालू अमरावती से कथास्थल की ओर रवाना होने शुरु हो गये थे और सुबह होते-होते दस्तूर नगर से भानखेडा की ओर जाने वाले रास्ते को हर तरह के वाहनों के लिए बंद कर दिया गया था, क्योंकि कथास्थल के पास ही स्थित तीनों पार्किंग स्थलों पर वाहनों को खडा करने हेतु जगह ही नहीं बची. ऐसे में लाखों महिला व पुरुष दस्तूर नगर से पैदल ही कथास्थल की ओर जाते दिखाई दिखे.
* कथास्थल पर पूरी रात चला सुंदरकांड व भजनों का दौर
आज सुबह 8 बजे शुरु होने वाली कथा को ध्यान में रखते हुए कई लोग गत रोज ही कथास्थल पर रात में रुकने का इंतजाम करते हुए पहुंचे थे. साथ ही कई लोगों ने रात 9 बजे से ही कथास्थल पर पहुंचकर मुख्य पंडाल में अपना डेरा जमाना शुरु कर दिया था. ऐसे में रात के समय ही कथास्थल पर लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी दिखाई ेदे रही थी. साथ ही पूरी रात यहां पर सुंदरकांड व भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा. वहीं आज सुबह से ही कथास्थल के पास स्थित मुख्य मार्ग पर कई सेवाभावी व्यक्तियों व संगठनों द्वारा भाविक श्रद्धालुओं को चाय व नाश्ते की नि:शुल्क सेवा दी जा रही थी.
* सांसद नवनीत राणा सहित कई श्रद्धालुओं ने लिखे अनूठे नुस्खे
शिवमहापुराण की कथा के दौरान पं. प्रदीप मिश्रा ने मनवांच्छित फल पाने हेतु कई तरह के अनूठे नुस्खे बताये. जिन्हें खुद सांसद नवनीत राणा ने भी बाकी सभी श्रद्धालुओं की तरह कागज पर लिखा और अपने पास संभालकर रखा.
* पृथ्वी टूर्स एण्ड ट्रैवल्स ने चलाई नि:शुल्क बसे
शिवमहापुराण कथा में जाने वाले भाविक श्रद्धालुओं के लिए पृथ्वी टूर्स एण्ड ट्रैवल्स के संचालक संजय चव्हाण व युवराज चव्हाण ने पूरे पांच दिन रोजाना सुबह-शाम अमरावती से हनुमान गढी तक अपनी निजी बस सेवा को नि:शुल्क तौर पर चलाया. जिसका कई भाविक श्रद्धालुओं ने लाभ लिया.