नीट परीक्षा में डमी परीक्षार्थी बैठाने वाली टोली का पर्दाफाश
7 लोग लिए गए हिरासत में
* 7 लोग लिए गए हिरासत में
यवतमाल /दि.6– वैद्यकीय पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु ली जाने वाली नीट नामक प्रवेश पात्रता परीक्षा में अलग-अलग जगहों पर डमी परीक्षार्थी बैठाते हुएअंतर्राष्ट्रीय रैकेट लगाने वाली टोली का स्थानीय अपराध शाखा के पथक ने पर्दाफाश किया है और इस टोली में शामिल रहने वाले 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में राजस्थान के 3 लोगों सहित नांदेड के 2 तथा झारखंड व पालघर के 1-1 आरोपी का समावेश है. साथ ही पुलिस द्बारा इन सातों लोगों के अन्य साथिदारों की तलाश भी की जा रही थी.
बता दें कि, धामणगांव रोड स्थित इंग्लिश स्कूल में एनटीए द्बारा नीट की परीक्षा ली जानी थी. जहां पर चंद्रकांत पाटिल (कोपरी पालघर) सहित एक अन्य नाबालिग परीक्षार्थी द्बारा नीट की परीक्षा दी जानी थी. परंतु उनके स्थान पर जीतेंद्र रामगोपाल गाठचौधरी (22, घुगल, बिकानेर, राजस्थान) तथा महावीर शिखरचंद नाई (गयाशहर, बाबू चौक, बिकानेर, राजस्थान) नामक दो फर्जी परीक्षार्थियों द्बारा परीक्षा दिए जाने का मामला सामने आया था. इसके चलते फर्जी प्रवेश पत्र व फर्जी आधार कार्ड तैयार करते हुए इस जरिए दूसरे के नाम पर नीट की परीक्षा देकर सरकार के पास जालसाजी करने का मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद मामले की जांच करते हुए अपराध शाखा ने जितेंद्र गाठचौधरी व महावीर नाई को राजस्थान से गिरफ्तार करने के साथ ही चंद्रकांत पाटिल (कोपरी पालघर), गजानन मधुकर मोरे (36, नांदेड), राजीव रामपदारथलाल कर्ण (44, झारखंड) व नरेश बलदेवराम विष्णोई (22, जोधपुर, राजस्थान) को गिरफ्तार किया. जांच के दौरान पता चला कि, जितेंद्र गाठचौधरी, महावीर नाई व नरेश विष्णोई दिल्ली में मेडिकल पाठ्यक्रम के विद्यार्थी है. वहीं गजानन मोरे व नागनाथ दहीफले नांदेड में नीट परीक्षा हेतु चलने वाली निजी कोचिंग से वास्ता रखते है. यह सभी लोग नीट परीक्षा के लिए डमी परीक्षार्थी बैठाने का अंतर्राज्यीय रैकेट चलाते है. खास बात यह है कि, इसमें से नरेश विष्णोई के खिलाफ दिल्ली में भी इसी तरह का मामला दर्ज है.