कुख्यात 4 डकैत पुलिस के हत्थे चढे
कुदाई में मिला सोना कम कीमत में देने का कहकर 20 लाख से लूटा था
* शिकायतकर्ता और उसके दोस्त को बेदम पीटने के बाद फरार हुए 9 लूटेरे
* महागांव पुलिस थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे नांदगव्हाण परिसर की घटना
* 10 दिन में पुलिस ने किया अपराध का पर्दाफाश
यवतमाल/दि.4 – खुदाई में मिले डेढ किलो सोने के सिक्के कम कीमत में बेचने का बहाना बनाकर 9 लूटेरों ने दो दास्तों को रुपए लेकर बुलाया और उन्हें बेदम पीटा. सुरेंद्र गावंडे और उसके दोस्त के पास से 20 लाख रुपए लेकर आरोपी फरार हो गए. यह घटना 23 दिसंबर को महागांव पुलिस थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे रोड स्थित नांदगव्हाण परिसर में घटी थी. इस मामले में पुलिस ने करीब 2 हजार किमी का सफर करते हुए लूटने वाले 4 आरोपियों को धरदबोचा. आरोपियों के पास से 6 लाख 20 हजार रुपए नगद बरामद किए है. बाकी फरार 5 आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है. मामला गंभीर होने और अन्य आरोपियों की तलाश करना है, इस वजह से पुलिस ने गिरफ्तार किए चारों आरोपियों के नाम उजागर नहीं किए. पुलिस ने केवल 10 दिन में इस बडे अपराध का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है. गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों को 6 जनवरी तक 3 दिन पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश अदालत ने दिए.
* ऐसे बनाया शिकार
शिकायतकर्ता सराफा व्यापारी सुरेंद्र प्रकाशराव गावंडे (38, आर्णी, जिला यवतमाल) ने महागांव पुलिस थाने में दी शिकायत में बताया कि, सुरेंद्र गावंडे और उनके दोस्त को 9 अज्ञात आरोपियों ने मोबाइल फोन द्बारा संपर्क कर खुदाई के काम में उन्हें सोने के सिक्के मिले है, अगर चाहिए, तो कम कीमत में बेच देंगे, ऐसा प्रलोभन दिया. आरोपियों ने सुरेंद्र व उनके दोस्त को 2 असली सोने के सिक्के दिखाए और अन्य डेढ किलो सिक्के थैली में रखे है, उसे बेचने के लिए 20 लाख रुपए में सौदा किया. शिकायतकर्ता सुरेंद्र से विश्वास जीतने के बाद शिकायकर्ता सुरेंद्र गावंडे व उनके दोस्त को 20 लाख रुपए नगद लेकर नेशनल हाईवे रोड के नांदगव्हाण परिसर में बुलाया. वहां सभी आरोपियों ने मिलकर दोनों को बेदम पीटा और उनके पास रखे 20 लाख रुपए नगद जोरजबर्दस्ती छीनकर भागे. इस लिखित शिकायत के आधार पर महागांव पुलिस ने 9 लूटेरों के खिलाफ दफा 420, 395 के तहत अपराध दर्ज किया.
* महागांव, कलमनुरी, नांदेड, औरंगाबाद तक किया सफर
पुलिस अधीक्षक डॉ. पवन बनसोड ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए महागांव के थानेदार को खुद डकैती के मामले की तहकीकात के आदेश दिए. थानेदार ने काफी प्रयास के बाद तहकीकात करते हुए बहुत ही कम समय में आरोपियों के नाम हासिल कर लिए. इस मामले में महागांव के थानेदार व अपराध शाखा पुलिस के दल ने पिछले 4 दिनों में करीब 2 हजार किमी तक की यात्रा करते हुए महागांव, कलमनुरी, नांदेड, औरंगाबाद व अन्य स्थानों से 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. आरोपियों को 2 जनवरी की रात 10 बजे गिरफ्तार किया गया. आरोपियों ने लूटपाथ की घटना को अंजाम देने का अपराध कबूल किया है. पुलिस ने उनके पास से 6 लाख 20 हजार रुपए नगद राशि बरामद की है. आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया. अदालत ने चारों आरोपियों को 6 जनवरी तक 3 दिन पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिए.
* पुलिस के दो दल फरार आरोपियों की तलाश में
सराफा व्यापारी से 20 लाख रुपए की राशि लूटकर फरार हुए बाकी आरोपियों की खोज के लिए पुलिस के दो दल तैयार किए गए है. पुलिस बकाया आरोपियों की खोज कर गिरफ्तार करते हुए बकाया रकम बरामद करने के लिए प्रयास कर रही है. यह मामला काफी संगीन होने के कारण पुलिस ने गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों के नाम फिलहाल उजागर नहीं किए है. यह कार्रवाई में यवतमाल के पुलिस अधीक्षक डॉ. पवन बनसोड, अपर पुलिस अधीक्षक पीयूष जगताप, उपविभागीय पुलिस अधिकारी प्रदीप पाडवी के मार्गदर्शन में अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक प्रदीप परदेशी, महागांव के थानेदार संजय खंडारे, अपराध शाखा के सहायक पुलिस निरीक्षक अमोल सांगले, काँस्टेबल नारायण पवार, मुन्ना आडे, वसीम शेख, संतोष जाधव, सुभाष जाधव, पंकज पातुरकर, ताज मोहम्मद, चालक दिगंबर गीते व अपराध शाखा तथा साइबर पुलिस के दल का समावेश है.