किसानों के हित कांग्रेस की सबसे पहली प्राथमिकता
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश प्रभारी आशिष दुआ का कथन
-
विधायक खोडके के कार्यालय में किया बैठक को संबोधित
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१९ – केंद्र की भाजपा सरकार ने बडे पूंजीधारकोें और कंपनियों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसानोें के खिलाफ तीन काले कानून देश की संसद में असंसदीय मार्ग से मंजूर करवाये. इन कानूनों की वजह से देश की कृषि उत्पन्न बाजार समितियां बंद हो जायेगी और यहां के हजारों कामगारों का रोजगार खत्म हो जायेगा. इसी तरह किसानों को अपनी उपज के दाम तय करने का अधिकार भी नहीं रहेगा. ऐसे में इन काले कानूनों का कडा विरोध करते हुए किसानों के हितों की रक्षा करना कांग्रेस की पहली प्राथमिकता में शामिल है. इस आशय का प्रतिपादन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के सहप्रभारी आशिष दुआ ने किया.
स्थानीय रेल्वे स्टेशन रोड पर स्थित विधायक सुलभा खोडके के कार्यालय में 2 करोड हस्ताक्षर अभियान की बैठक सोमवार 19 अक्तूबर को आयोजीत की गई थी. जिसमें हिस्सा लेते हुए आशिष दुआ ने उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही केंद्र में सत्तासीन पीएम मोदी की सरकार को जमकर आडे हाथ लिया. शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष किशोर बोरकर द्वारा आयोजीत इस बैठक में विधायक सुलभा खोडके व डॉ. वजाहत मिर्झा, पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निरीक्षक मुजीब पठान व कंचनमाला गावंडे, मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, पूर्व महापौर किशोर शेलके व रिना नंदा, पूर्व स्थायी सभापति अविनाश मार्डीकर सहित सर्वश्री डॉ. बी. आर. देशमुख, भैय्यासाहब निचल, सलीम मिरावाले, रज्जुबाबा, जीतु ठाकुर, रतन डेंडुले, निलेश गुहे, संकेत कुलट, राजेश चव्हाण, प्रशांत डवरे, नसीम खान, प्रा. सुजाता झाडे व राजाभाउ चौधरी आदि उपस्थित थे.