दाभी प्रकल्प के आसपास की जमीन अधिग्रहित की जाये
पूर्व मंत्री डॉ. बोंडे ने की किसानों को मुआवजा देने की मांग
अमरावती/प्रतिनिधि दि.23 – चांदस-मुसलखेड के मौजा दाभी शिवार में स्थित चांदस वाठोडा लघु प्रकल्प का काम शत-प्रतिशत पूरा हो चुका है और इस बांध में शत-प्रतिशत जल भराव भी हो चुका था. जिसे बाद में छोड दिया गया. किंतु इस बांध के पाझर क्षेत्र में रहनेवाली खेती-किसानी का काफी नुकसान हुआ है और किसानों को मुआवजे के तौर पर बेहद अत्यल्प राशि दी गई है. चूंकि अब दाभा प्रकल्प से बाहर जमीन गीली हो जाने की वजह से वहां खेती-किसानी करना और फसल उगाना संभव नहीं है. अत: सरकार ने इस जमीन को अधिग्रहित करने के साथ-साथ किसानों को जमीन का पूरा मुआवजा देना चाहिए. इस आशय की मांग राज्य के पूर्व कृषि मंत्री तथा भाजपा किसान आघाडी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे द्वारा जिलाधीश को सौंपे निवेदन में की गई है.
इस निवेदन में इससे पहले सौंपे गये पत्रों की ओर भी प्रशासन का ध्यान दिलाया गया. साथ ही कृषि विभाग को आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिये जाने की मांग की गई.
ज्ञापन सौंपते समय रामेश्वर मांगलकर, बाबाराव करनासे, पांडूरंग घोडे, महादेव धोटे, कमलाबाई कवडकर, अशोक पवार, सुखदेव बागडे, चेतन मांगलकर, रविंद्र मांगलकर, वंदना चोबीतकर, सुरेंद्र धोटे, पर्वत कावडकर, विलास मांगलकर, विनोद मांगलकर, संतोष दुबडे, रघुनाथ नाकोसे, यादवराव वर्हाडे, सहदेवराव वर्हाडे, प्रदीप मांगलकर, संपतराव कुबडे, विकास मानकर, मोहित देशमुख, ज्ञानेश्वर देशमुख, माणिकराव पवार, मारोतराव धोटे, रमेश चोबीतकर, गुणवंत देशमुख, आशा देशमुख, लक्ष्मण देशमुख, नामदेव बडोदे, अर्चना देशमुख, उमेंद्र देशमुख, नारायण पोकले आदि उपस्थित थे.