प्रदेश के इतिहास की सबसे भयंकर दुर्घटना
बुलढाणा में हादसे के बाद धधकी निजी बस, 25 यात्री खाक
टायर फूटने के बाद डीजल ने पकड़ी आग
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पहुंचे घटनास्थल
मृतकों के वारिसों को 5-5 लाख
मृतकों में तीन मासूम और महिलाएं
विदर्भ ट्रैवल की थी बस, कारंजा में भोजन विश्रांति के बाद जा रही थी पुणे
मृतकों में नागपुर, वर्धा और यवतमाल के निवासी
देर रात 1.26 बजे झपटा काल
रौंगटे खड़े कर देने वाला दृश्य
बुलढाणा/दि.1– नागपुर से पुणे की तरफ जा रही विदर्भ ट्रैवल की अभागी बस कल देर रात डेढ़ बजे के लगभग जिले के सिंधखेड़राजा के पास पिंपलखुटा ग्राम में भयंकर हादसे का शिकार हो गई. सामने का टायर फूटने और दोनों अगले पहिए एक्सल सहित निकल जाने के बाद निजी बस पलट गई. फिर डीजल टंकी में आग लग गई, जिससे 25 मुसाफिरों के बुरी तरह झुलसकर मारे जाने से हर कोई सन्न रह गया है. दुर्घटना में युवा मुसाफिरों ने किसी तरह बस के शीशें तोड़कर अपने आपको बचाया. मृतकों में महिलाएं भी शामिल है. शव पहचान से दूर हो गए हैं. हादसा बड़ा भयंकर रहा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मौके पर पहुंचे हैं. मृतक के वारिसों को 5-5 लाख रुपए सानुग्रह राशि देने का ऐलान हुआ है. दो रोज में राज्य में सड़क दुर्घटना के कारण 39 लोगों की अकाल मौत हो गई. जिससे व्यवस्था विशेषकर प्रादेशिक परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है. कुछ बड़ी कार्रवाई होने और बड़े कदम उठाने की मांग जनमानस में उठी है.
शनिवार सुबह होते ही लोगों को अत्यंत बुरी खबर देखने-सुनने मिली. बुलढाणा जिले के समृद्धि महामार्ग पर लक्जरी बस के 25 यात्रियों की झुलसकर मौत हो जाने के समाचार ने सभी को झंकझोर दिया.
* कैसे हुआ हादसा?
नागपुर से समृद्धि महामार्ग से विदर्भ ट्रैवल की यह बस एमएच 29 बीई 1819 गत शाम 5 बजे पुणे के लिए रवाना हुई. बस में लगभग 33 यात्री थे. कारंजा के पास एक ढाबे पर बस रुकी. यात्रियों और चालक दल सदस्यों ने भोजन किया. फिर बस आगे बढ़ी. सिंधखेड़ राजा के आगे पिंपलखुटा गांव के पास बस का अगला पहिया फूट गया और निकल गया, जिससे बस अनियंत्रित हो गई और एक पोल से टकराने के बाद डिवाइडर से जा टकराई. इसके बाद लगभग 100 फीट घसीटते हुए आगे जाकर पलट गई. पल्टी भी वह कंडक्टर साइड से. कुछ ही क्षणों में डीजल ने आग पकड़ ली और बस धू-धू कर जल उठी. 25 मुसाफीर जिनमें तीन बच्चे और महिलाएं भी थी, दरवाजा बंद होने और खिड़कियों पर ग्लास होने से बाहर नहीं निकल सके और जिंदा जल गए. बस के कुछ यात्री युवा थे, उन्होंने मिले उस साधन से खिड़कियों के कांच तोड़े और बाहर कूद गए.
* दृश्य भयानक, पास भी न जा सके
घटना की खबर पुलिस के माध्यम से इस क्षेत्र में सड़क हादसों के शिकार लोगों की तत्पर मदद करने वाले एड.मेहत्रे को मिली. वे अपने साथियों संग मौके पर पहुंचे. उन्होंने मीडिया को बताया कि जब वे लोग पहुंचे तो बस धधक उठी थी. चित्कार चीखों से माहौल भयानक हो गया था. दृश्य भयंकर था. पास भी न जा सके थे. बस में सवार कुछ जवान यात्री खिड़कियां तोड़कर बाहर निकल गए थे. उन्होंने अपना ही बचाव किया.
* शव शिनाख्त से परे
बुलढाणा जिला प्रशासन से आला अधिकारी और दमकल,एंबूलेंस लगभग घंटेभर में पहुंच गए थे. किन्तु तब तक 25 लोगों की जान चली गई थी. बल्कि जलकर अधिकांश शव राख में तब्दील हो गए. उनका पहचानना बड़ी चुनौती बन गया है. पुलिस और प्रशासन ने लोगों से पहचान की अपील भी की है. एक खबर में बताया गया कि मृत यात्रियों की पहचान करना पुलिस के लिए दुष्कर हो गया है. डीएनए टेस्ट के सिवाय पर्याय नहीं है. पिछले माह ओडिसा के रेल हादसे के बाद ही अनेक मुसाफिरों की पहचान डीएनए टेस्ट से हुई.
* चालक और कंडक्टर बच गए
बड़ी बात है कि बस के पलटनेे से पूर्व चालक और कंडक्टर वाहन से कूद पड़े थे. उन्हें पुलिस ने डिटेन कर रखा है. उनसे पूछताछ हो रही है. हादसे में बाल-बाल बचे आठ लोगों में यह दोनों शामिल हैं. बस में अधिकांश प्रवासी नागपुर, वर्धा और यवतमाल के थे. आठ यात्री बाल-बाल बचे किन्तु उनमें से तीन घटनास्थल से चले गए.
* गिरीश महाजन पहुंचे
भयंकर दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम शिंदे ने दुख व्यक्त कर 2 लाख और 5 लाख रुपए की सानुग्रह मदद घोषित की है. यह जानकारी भाजपा नेता गिरीश महाजन ने दी. उन्होंने दावा किया कि सड़क अच्छी है, किन्तु गति पर नियंत्रण आवश्यक है. चालक और खलासी को पुलिस ने ताबे में लिया है. संपूर्ण जांच होगी.
* बस मालिक का खुलासा
बस मालिक वीरेंद्र धरणे ने खुलासा किया कि उक्त एसी स्लीपर बस 2020 में खरीदी थी. बस चालक दानिश बहुत अनुभवी था. टायर फूटने से बस डिवाइडर से टकराई और पलट गई. बस में ज्वलनशील वस्तु होने से जल उठी. वीरेंद्र धरणे ने बताया कि नागपुर से सात, यवतमाल से तीन, वर्धा से चौदह यात्री सवार हुए थे. गाड़ी के कागजात व्यवस्थित थे. उसका फिटनेस भी था. इन्शुरन्स था.
* हादसे में बचे योगेश गवई का बयान
भयंकर हादसे में बाल-बाल बचे योगेश रामदास गवई ने बताया कि औरंगाबाद जाने के लिए उन्होंने नागपुर में विदर्भ ट्रैवल की बस ली थी. समृद्धि हाइवे पर बस पलट गई और जल उठी. उनके साथ तीन-चार लोग खिड़की के कांच तोड़कर बाहर आए. एक युवक को मैंने बाहर खींचा. हमने बस से छलांग लगाई और कुछ ही क्षणों में जोरदार विस्फोट हुआ… थोड़ी देर में दमकल की गाड़ियां आयी और उन्होंने आग बुझाई.
टायर फूटा ही नहीं, एक्सल सहित सामने के दोनों पहिए निकले
इस बीच प्रादेशिक परिवहन अधिकारी के हवाले से कहा गया कि उपरोक्त अभागी बस के सामने का टायर बर्स्ट होने की बात कही जा रही है. जबकि हकीकत में टायर नहीं फूटा है. पूर्व मंत्री गिरीश महाजन ने मौके का अवलोकन करने के बाद कहा कि टायर फूटने से अपघात होने की बात कही जा रही है. किन्तु प्राथमिक रुप से उन्हें नहीं लगता कि ऐसा कुछ हुआ है. महाजन ने हादसे को लेकर आशंका भी जताई. उन्होंने चालक को नींद की झपकी आने की वजह से दुर्घटना होने की आशंका अधिक दिखाई पड़ रही है. मार्ग पर टायर फूटने अथवा घसीटते जाने का कोई निशान नहीं दिख रहा. पुलिस अधीक्षक सुनील कडासने ने कहा कि अचानक आग लगी. लोग नींद में थे. जिसके कारण सभी की मृत्यु हो गई. एसपी ने भी कहा कि बस चालक को झपकी आयी होगी. कडासने ने बताया कि सिंधखेड़ राजा और किनगांवराजा से पुलिस टीम एवं पांच-छह एंबूलेंस पहुंचे हैं. डीएनए जांच के बारे में जिला शल्य चिकित्सक से चर्चा करेंगे. कडासने ने बताया कि बस में तीन छोटे बच्चे भी थे.
ठाकरे, थोरात, पवार सभी ने व्यक्त किया दुख
भयंकर, रौंगटे खड़े कर देने वाली दुर्घटना से पूरा महाराष्ट्र सन्न रह गया है. अग्रणी नेताओं ने भी हादसे पर बहुत दुख व्यक्त किया है. उबाठा शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे, विपक्ष के नेता अजीतदादा पवार, कांग्रेस नेता बालासाहब थोरात ने हादसे पर शोक जताया और कहा कि अभी भी हम हादसे नहीं रोक पा रहे, अमूल्य जिंदगियां गंवा रहे हैं.
ब्रेक के आधे घंटे बाद हादसा
बस में सवार और भयंकर हादसे में अपनी हिम्मत और सूजबूझ के कारण बचे युवा यात्री हर्षल हिवसे ने एक मराठी समाचार चैनल को बताया कि कारंजा के आगे एक ढाबे पर भोजन किया गया. उपरांत बस की यात्रा आगे बढ़ी. आधे घंटे बाद ही पुल के खंभे से टकराई, फिर डिवाइडर से टकराई. तुरंत आग लग गई. बस में हम नीचे गिर गए. जिससे हादसा हो जाने का पता चला. मेरे साथ के यात्री ने खिड़की की कांच तोड़ी. जिससे हम बाहर कूद सके. हादसा रात 1 बजकर 26 मिनट को हुआ. हर्षल ने यह भी बताया कि डीजल टंकी में विस्फोट हुआ. फिर तुरंत ही पुलिस और एम्बूलेंस वहां आ गई थी.
मृतकों के नाम
अवंती पोहनीकर वर्धा
संजीवनी शंकरराव गोटे अल्लीपुर हिंगणघाट
प्रथमेश खोडे वर्धा
श्रेया वंजारी वर्धा
राधिका खडसे साईनगर वर्धा
तेजस पोकले कृष्णानगर वर्धा
तनीशा तायडे वर्धा
शोभा वनकर गोंडप्लॉट वर्धा
वृषाली वनकर गोंडप्लॉट वर्धा
ओवी वनकर गोंडप्लॉट वर्धा
करण बुधबावरे झडशी सेलू
राजश्री गांडोले आर्वी
सुशील केलकर
तेजू राऊत
* घटनास्थल पर पहुंचे सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस
हादसे की जानकारी मिलते ही राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज अपने सभी पूर्व नियोजित कार्यक्रमों को रद्द करते हुए घटनास्थल की ओर दौड लगाई. बुलढाणा जिले के सिंदखेड राजा परिसर अंतर्गत समृद्धि एक्सप्रेस वे पर घटनास्थल को भेंट देने के साथ सीएम शिंदे व डेप्यूटी सीएम फडणवीस ने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों से भी बात की. साथ ही बुलढाणा के जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कडासने से भी पूरी घटना को लेकर ब्यौरा प्राप्त किया. इस समय सीएम शिंदे ने इस हादसे को बेहद दुखदायी व कष्टदायी बताते हुए कहा कि, सरकार ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है और इस हादसे की सघन जांच की जाएगी. साथ ही सीएम शिंदे ने यह भी कहा कि, समृद्धि महामार्ग को लोगोें का पैसा व समय बचाने के लिए बनाया गया था. जिसका प्रयोग करते समय यातायात संबंधी सभी नियमों का बेहद कडाई के साथ पालन करना बेहद अनिवार्य है. अब तक इस एक्सप्रेस वे पर जितने भी हादसे घटित हुए है, वे इंसानी चूक यानि ड्रायवरों की गलतियों के चलते हुए है. चूंकि प्रत्येक जिंदगी देश कीमती होती है. ऐसे में भविष्य में समृद्धि एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले सभी वाहन चालकों को काफी सतर्कता व सजगता बरतनी होगी. ताकि भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो.
* वह आखिरी भोजन साबित हुआ
– कारंजा लाड में भोजन हेतु रुकी थी बस
आज तडके करीब 2 बजे के आसपास बुलढाणा जिले में सिंदखेड राजा के निकट पिंपलखुटा में भीषण हादसे का शिकार हुई विदर्भ ट्रैवल्स की बस गत रोज शाम 4 बजे के आसपास नागपुर से रवाना हुई थी और रात के भोजन के लिए कारंजा लाड स्थित न्यू राधाकृष्ण रेस्टारेंट के पास रुकी थी. वहां पर बस के सभी यात्रियों ने भोजन किया था. जिसके उपरान्त यह बस रात 10.30 बजे के आसपास कारंजा लाड से आगे की यात्रा के लिए रवाना हुई और बस में रात 11.06 बजे कारंजा टोल नाके को पार किया. कारंजा लाड से सिंदखेड राजा की दूरी 174 किमी है और कारंजा से रवाना होने के करीब ढाई घंटे बाद यह बस हादसे का शिकार हो गई. ऐसे में हादसे का शिकार हुए सभी यात्रियों के लिए बीती रात कारंजा लाड के न्यू राधाकृष्ण रेस्टारेंट में किया गया भोजन ही उनका अंतिम भोजन साबित हुआ.
* ड्रायवर व क्लीनर को एक खरोच तक नहीं आयी
विदर्भ ट्रैवल्स की बस के साथ हुए हादसे में जहां 25 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई और 8 यात्री बुरी तरह से झुलसकर घायल हो गए. वहीं बस के ड्रायवर दानिश सहित बस के कंडक्टर को एक खरोच तक नहीं आयी. यह अपने आप में सबसे बडा आश्चर्य है. पहले कहा जा रहा था कि, बस का टायर फूटने की वजह से बस अनियंत्रित होकर पोल से टकराते हुए रोड डिवाइडर से जा भिडी और सडक पर उलट गई. जिसके बाद बस में आग लग गई. किंतु सडक पर कही पर भी टायर के फूटने अथवा घिसटने के निशान नहीं मिले है. जिसके चलते माना जा रहा है कि, संभवत: बस के ड्रायवर को नींद की झपकी लग गई थी. जिसके बाद यह बस सडक किनारे स्थित पोल से जा भिडी और यह हादसा घटित हुआ.
* ऐसे घटित हुआ हादसा
कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अनियंत्रित होकर पोल से टकराने के बाद यह बस रोड डिवाइडर से जाकर भिडते हुए एक्सप्रेस वे पर पलटी खा गई. यह बस बायी ओर यानि कंडक्टर साइड की ओर पलट गई थी. जिसके चलते बस के अगले हिस्से में स्थित दरवाजे से बाहर निकलना असंभव था. ऐसे में सबसे पीछे स्थित इमर्जेसी दरवाजे का कांच तोडकर कुछ लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे. लेकिन इस समय तक बस के डीजल टैंक में आग लगने के साथ ही एसी सिलेंडर में भी आग लग गई थी. जो देखते ही देखते बस के भीतर फैल गई तथा चारों ओर से बंद रहने वाली इस बस के भीतर मौजूद यात्रियों की धुएं में दम घुटकर व आग में झुलसकर मौत हो गई.
* सरकार तुरंत गंभीर होकर करें उपाय
– राकांपा प्रमुख शरद पवार ने लिया आडे हाथ
वहीं इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने हादसे में मृत हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की. साथ ही राज्य सरकार को आडे हाथ लेते हुए कहा कि, समृद्धि महामार्ग पर आए दिन सडक हादसे घटित हो रहे है. जिसे गंभीरतापूर्वक लेते हुए राज्य सरकार द्बारा सडक हादसों की रोकथाम के लिए तत्काल उपाय किए जाने चाहिए.
* यह तो मृत्यु का महामार्ग – आव्हाड
वहीं राकांपा नेता व विधायक जितेंद्र आव्हाड ने समृद्धि महामार्ग को मृत्यु का महामार्ग निरुपित करते हुए बताया कि, विगत कुछ समय से समृद्धि महामार्ग पर आए दिन सडक हादसे घटित हो रहे है. जिनमें बडे पैमाने पर मौतें भी हुई है. यह अपने आप में चिंता का विषय है. आव्हाड के मुताबिक समृद्धि महामार्ग के सदोष निर्माण व मानवीय त्रृटियों की वजह से यह हादसे घटित हो रहे है.
* कांच पर हाथ पटक रहे थे यात्री, देखते ही देखते छोटे बच्चे की जलकर हुई मौत
– प्रत्येक्षदर्शियों ने सुनाए रौंगटे खडे कर देने वाले अनुभव
हादसे के तुरंत बाद बचावकार्य हेतु मौके पर पहुंचे कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने रौंगटे खडे कर देने वाले अनुभव सुनाए है. उन्होंने बताया कि, हादसे के बाद बस के पिछले हिस्से में स्थित खिडकियोें के कांच पर हाथ पटक-पटक कर कुछ यात्री सहायता करने की गुहार कर रहे थे. लेकिन आसपास से गुजरने वाले अन्य वाहन चालक सहायता के लिए नहीं रुके. वहीं एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि, उसकी आंखों के सामने एक छोटे बच्चे की जिंदा जलकर मौत हो गई और उस महिला की मां अपने बच्चों के साथ कांच पर हाथ पटकते हुए खुद को बचाए जाने की याचना कर रही थी. परंतु भीषण आग लगी होने के चलते बस के भीतर से यात्रियों के लिए कांच फोडकर बाहर आना संभव नहीं हो पाया. वहीं आसपास से गुजरने वाले ट्रक व टेम्पो जैसे वाहनों के चालक भी यहां पर नहीं रुके. यदि इन वाहन चालकों ने अपने वाहन रोककर कांच फोडने के लिए लोहे की रॉड या टॉमी दी होती, तो शायद बस की खिडकियों के कांच को फोडकर कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी.
* शापित हो गया है समृद्धि एक्सप्रेस वे – राउत
वहीं शिवसेना उबाठा के नेता व सांसद संजय राउत ने समृद्धि एक्स्प्रसे वे पर आए दिन घटित होने वाले हादसों के मद्देनजर कहा कि, समृद्धि एक्सप्रेस वे अब एक तरह से शापित हो गया है और इस रास्ते में कई लोगों के आंसू और श्राप दिखाई देते है. राउत के मुताबिक समृद्धि महामार्ग का निर्माण भ्रष्टाचार से हुआ है और कई लोगों की जमीनें इस महामार्ग के लिए जबरन छीनी गई है. ऐसे में इस महामार्ग के साथ कई लोगों की बददुआएं जुडी हुई है. शायद इसी वजह से यह महामार्ग शापित हो गया है.