रिश्ते में मां-बेटी थी ‘वो‘ दोनों महिलाएं
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मुर्तिजापूर स्टेशन पर रेल से कटकर की थी आत्महत्या
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मां मनोरूग्ण थी और बेटी निराशा का शिकार थी
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गायवाडी गांव निवासी भास्कर साखरे ने की अपनी पत्नी व बेटी की शिनाख्त
अमरावती/प्रतिनिधि दि.५ – विगत शुक्रवार २ अक्तूबर को रात ११.३० बजे के आसपास मुर्तिजापूर रेल्वे स्टेशन से होकर गुजरनेवाली डाउन रेल्वे मेनलाईन पर एक महिला व एक युवती ने मालगाडी के नीचे कटकर आत्महत्या कर ली थी. दो महिलाओं द्वारा एक साथ खुद को रेलगाडी के सामने झोंकते हुए आत्महत्या कर लिये जाने की इस घटना के चलते समूचे परिसर में जबर्दस्त हडकंप मच गया था. पश्चात शुरू की गई जांच में पता चला कि, इन दोनों महिलाओं के नाम मंगला भास्कर साखरे (५५) व शीतल भास्कर साखरे (२५) थे और रिश्ते में मां-बेटी रहनेवाली ये दोनों महिलाएं दर्यापुर तहसील के गायवाडी गांव निवासी थी. इन दोनों की शिनाख्त करते हुए गायवाडी गांव निवासी भास्कर खराबे ने बताया कि, उसकी पत्नी मंगला साखरे मनोरूग्ण थी और उसकी बेटी शीतल इन दिनों निराशा का शिकार थी. संभवत: इसी वजह के चलते उन दोनों ने यह आत्मघाती कदम उठाया. पता चला है कि, भास्कर साखरे की बेटी शीतल ने एमए की पढाई पूरी की थी और डेढ वर्ष पूर्व उसका विवाह हुआ था. लेकिन विवाह के छह माह बाद ही उसका पति उसे मायके लाकर छोड गया था. शीतल अपने ससुराल जाकर रहना चाहती थी, लेकिन उसका पति उसे ले जाने के लिए तैयार नहीं था. वहीं उसकी मां मंगला मनोरूग्ण थी और उसका इलाज चल रहा था. घटनावाले दिन दोनों मां-बेटी अपने घर से दर्यापुर जाने की बात कहकर निकली, लेकिन वे दर्यापुर की बजाय मुर्तिजापूर चली गयी और उन्होंने वहां पर अपने आप को मालगाडी के सामने झोंक दिया. जिसकी वजह से दोनों की मालगाडी के नीचे कटकर मौत हो गयी. रेलगाडी के नीचे कटकर जान देने से पहले दोनों महिलाएं काफी देर तक रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म पर घुम रही थी और शनिवार की सुबह जब दोनों महिलाओें के शत-विक्षत शव रेलवे पटरी पर पाये गये तो प्लेटफार्म पर लगे फुटेज खंगालने पर ये दोनों महिलाएं उस फुटेज में प्लेटफार्म पर घुमती दिखाई दी. जिसके आधार पर इन दोनों महिलाओं की शिनाख्त करने और मामले की जांच करने का काम शुरू किया गया. जिसके बाद इन दोनों महिलाओं की शिनाख्त गायवाउी निवासी मंगला साखरे व शितल साखरे नामक मां-बेटी के तौर पर हुई. गायवाडी गांव निवासी भास्कर साखरे द्वारा इन दोनों महिलाओं की शिनाख्त कर लिये जाने के बाद दोनों मृतक महिलाओं के शव साखरे परिवार के सुपुर्द कर दिये गये. जिसके बाद शनिवार की देर रात ११ बजे गायवाडी गांव में इन दोनोें महिलाओं के शवों का अंतिम संस्कार किया गया.