कोख से जन्में मासूम का शव कपडे में लपेटकर मां ने जागकर निकाली पूरी रात
माता को चार अस्पताल घूमाया, नवजात की मृत्यु के बाद एम्बुलेंस देने से इंकार
परतवाडा/दि. 7– प्रसूति के बाद मेलघाट की इस माता को नवजात के साथ एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल उपचार के लिए घूमाया गया. इस सफर के दौरान नवजात की हालत और खराब हो गई. 2 नवंबर को जन्मे इस नवजात शिशु ने अमरावती के शासकीय अस्पताल में दम तोड दिया. उस समय नवजात का शव गांव ले जाने के लिए माता को एम्बुलेंस नहीं मिल पाई. स्वास्थ्य व्यवस्था की अनदेखी के कारण निष्पाप नवजात की मृत्यु होने की घटना से तीव्र रोष व्याप्त है. माता को अपनी कोख से जन्मे इस मासूम का शव कपडे में लपेटकर पूरी रात जागकर निकालना पडा.
मेलघाट के रुई पठार ग्राम निवासी वर्षा सेलूकर (22) नामक गर्भवती महिला को यंत्रणा के जरिए प्रसूति के लिए हतरु के अस्पताल में भर्ती किया गया. प्रसूति के बाद उसे तत्काल बच्चे के साथ चूर्णी के दवाखाना भेजा गया. वहां से अचलपुर उपजिला अस्पताल रेफर किया गया. वहां से फिर उसे अमरावती भेजा गया. 2 नवंबर को जन्मे इस नवजात समेत माता को यह सफर एम्बुलेंस से करवाया गया. सफर के दौरान तबीयत बिगडने से अमरावती के शासकीय अस्पताल में मासूम की 4 नवंबर को मृत्यु हो गई. पश्चात शव गांव ले जाने के लिए नवजात की मां को एम्बुलेंस देने से इंकार किया गया. इस कारण गमगीन माता को अपने इस कलेजे के टुकडे का शव कपडे में लपेटकर उसके चेहरे को देखते हुए पूरी रात जागकर निकालनी पडी. सुबह होने के बाद कपडे में लिपटे अपने बेटे के शव को छाती से लगाकर गांव जाने के लिए वाहन उपलब्ध करवाने के लिए वह यंत्रणा के पास मिन्नतें कर रही थी. आखिरकार उसे एक निजी वाहन उपलब्ध कर दिया गया.