रेमडेसिविर की कालाबाजारी करनेवालों पर सदोषमनुष्यवध का अपराध दर्ज हो
-
युवा स्वाभिमान ने की जिलाधीश से मांग
-
जब्त किये गये इंजेक्शन तुरंत सरकारी अस्पताल में जमा करने कहा
-
पोलिओ टीकाकरण की तरह घर-घर जाकर कोविड टीकाकरण करने का मसला उठाया
अमरावती/प्रतिनिधि दि.13 – इस समय अमरावती शहर व जिले सहित समूचे देश में कोविड की संक्रामक महामारी कहर ढा रही है. जिसकी वजह से आये दिन कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड रहा है. ऐसी स्थिति में मरीजों की जान बचाने में सहायक साबित होनेवाले रेमडेसिविर नामक इंजेक्शन की किल्लत चल रही है, वहीं कई संवेदनहिन लोग ऐसी स्थिति का फायदा उठाने हेतु रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे है. ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन द्वारा सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज किया जाये. इस आशय की मांग युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा जिलाधीश शैलेश नवाल को सौंपे गये ज्ञापन में की गई है.
उल्लेखनीय है कि, गत रोज अमरावती जिले के सरकारी कोविड अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर व वॉर्डबॉय द्वारा अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 600 रूपये मूल्यवाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की 12 हजार रूपये में बिक्री किये जाने का मामला उजागर हुआ था. जिसके बाद पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से रेमडेसिविर के 10 इंजेक्शन बरामद किये थे. इसी पार्श्वभुमि पर युवा स्वाभिमान द्वारा जिलाधीश नवाल को ज्ञापन सौंपते हुए उपरोक्त मांग की गई. साथ ही कहा गया कि, इस कार्रवाई में जब्त रेमडेसिविर इंजेक्शनों को तुरंत सरकारी कोविड अस्पताल में जमा कराया जाये, ताकि उन्हें मरीजों के इलाज हेतु प्रयोग में लाया जा सके. इसके साथ ही इस ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि, जिस तरह पोलिओ निर्मूलन अभियान के समय घर-घर जाकर टीकाकरण किया जाता था, उसी तरह कोविड वैक्सीन का भी टीकाकरण घर-घर जाकर किया जाये.
ज्ञापन सौंपते समय पार्टी के जिला संगठक अभिजीत देशमुख, विद्यार्थी जिलाध्यक्ष अनुप अग्रवाल, सचिन बोंडे, शहर अध्यक्ष सद्दाम हुसैन, पिछडावर्गीय सेल शहर अध्यक्ष गौतम हिरे, विद्यार्थी स्वाभिमान के कार्याध्यक्ष अंकुश ठाकरे, हेल्पलाईन कार्याध्यक्ष आकाश राजगुरे, अनिकेत देशमुख, कुशल बोबडे, विशाल निंघोट आदि उपस्थित थे.