कोरोना प्रतिबंध के लिए धर्मगुरू भी दें प्रशासन को सहयोग
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जिलाधिकारी शैलेश नवाल के महत्वपूर्ण निर्देश
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मंदिर-मस्जिदों में भीड न उमडने दें
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घर से ही इबादत व प्रार्थना करने की अपील
अमरावती/प्रतिनिधि दि.20 – कोरोना के बढते संक्रमण को देखते हुए जिलाधिकारी शैलेश नवाल की मौजूदगी में आज जिलाधिकारी कार्यालय के सभागृह में शहर के सभी मंदिर-मस्जिदों के धर्मगुरूओें की बैठक बुलायी गयी थी. इस बैठक में मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे सहित मंदिर-मस्जिदों के धर्मगुरू मौजूद थे. इनमें जमियत उलेमा ए हिंद के हाफीज नाजीम अंसारी, जामा मस्जिद समिती अध्यक्ष हाजी मो. शकील हाजी शेख अहमद, साईबाबा ट्रस्ट के शरद दातेराव, अंबादेवी संस्थान के सचिव रविंद्र कर्वे, फादर जोसलीन मौजूद थे. इस महत्वपूर्ण बैठक में जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने विविध धर्मगुरूओं से संवाद साधते हुए अपील कि की, प्रार्थना स्थलों पर भीड टालने के लिए प्रशासन को पूरी तरह से सहयोग करे. जिलाधिकारी ने कहा कि, इन दिनों कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ रहा है. इसके लिए भीड सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. इसलिए भीड टालने के लिए प्रशासन को सभी धर्मगुरूओं ने सहयोग देना चाहिए. मंदिर-मस्जिद को बंद रखने के लिए प्रशासन नहीं कह रही है. केवल मंदिर-मस्जिदों में पांच-पांच लोगों को ही एंट्री दी जाये. यहीं नहीं तो लोगों के बीच सामाजिक दूरी का पालन कराना भी बेहद जरूरी है. मंदिर-मस्जिदों में कोरोना प्रतिबंधात्मक त्रिसूत्री का कडाई से पालन किया जाना चाहिए. वहीं कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए लोगों के बीच जनजागृति करने का बीडा भी धर्मगुरूओं ने उठाना चाहिए. प्रशासन अपने तरीके से लोगोें में जनजागृति कर रही है. इसलिए अब धर्मगुरूओं ने भी कोरोना महामारी का प्रकोप कम करने के लिए लोगों के बीच जनजागृति करने के साथ ही उनको घर में ही रहकर इबादत व प्रार्थना करने की अपील करनी चाहिए. मिलजुलकर प्रयास करने के बाद ही कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
इस दौरान सभी धर्मगुरूओं ने कोरोना प्रतिबंध के लिए प्रशासन का पूरा सहयोग करने का संकल्प लिया. जामा मस्जिद समिती अध्यक्ष हाजी मो. शकील हाजी शेख ने कहा कि, नमाज ज्यादा से ज्यादा घरों में रहकर ही अदा करे. मस्जिद में आने की कोशिश न करे और मस्जिद में ज्यादा भीड न करे. इसमें कोई भी गिला-शिकवा न रखे. महामारी को दूर करने के लिए यह निर्णय लिया गया है. साईबाबा ट्रस्ट के शरद दातेराव ने भी लोगोें से अपील की कि, मंदिर में ज्यादा भीड न हो, इसके लिए घर में ही रहकर प्रार्थना करे. वहीं कोरोना से निपटने के लिए प्रशासन को पूरा सहयोग करे. अंबादेवी संस्थान के सचिव रविंद्र कर्वे ने भी लोगोें से अपील की कि इस महामारी के दौर में त्रिसूत्री का पालन किया जाना चाहिए. अंबादेवी मंदिर रविवार को पूरी तरह से बंद रहेगा. केवल शाम 7.30 बजे आरती होगी. इसमें भी दो से तीन ही लोग ही शामिल होंगे. वहीं मंदिर में दर्शन के लिए आने पर त्रिसूत्री का कडाई से पालन किया जायेगा. फादर जोसलीन ने भी समाज बंधुओं से अनुरोध किया कि, चर्च में न आते हुए घर में रहकर ही प्रार्थना करे व प्रशासन को पूरा सहयोग करे. जमियत उलेमा ए हिंद के हाफीज नाजीम अंसारी ने भी समाज बंधुओें ने इस महामारी के दौर में मस्जिद में भीड न करते हुए घर में ही इबादत करने और जरूरत पडने पर पांच-पांच लोग ही मस्जिद में पहुंचे यह अनुरोध किया है.