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लगातार दूसरे वर्ष गुढी पाडवा पर सराफा में दिखा सन्नाटा

  •  लॉकडाउन की वजह से बंद है बाजार

  • सुवर्ण व्यवसायियों व कारागीरों में मायूसी का आलम

अमरावती/प्रतिनिधि दि.13 – इस समय कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए अमरावती शहर व जिले सहित समूचे राज्य में लॉकडाउन लागू किया गया है और जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकानों को छोडकर अन्य तमाम दुकाने बंद है, ऐसे में विगत 5 अप्रैल से शहर सहित जिले का सराफा बाजार भी बंद पडा है. उल्लेखनीय है कि, गुढी पाडवा पर्व के उपलक्ष्य में लोगबाग सोने-चांदी के शगुन व मुहुरत की खरीददारी करते है, लेकिन लगातार दूसरे वर्ष गुढी पाडवा पर्व के समय लॉकडाउन लागू रहने की वजह से सराफा बाजार में सोने-चांदी की खरीदी-बिक्री का कोई व्यवहार नहीं हुआ है. ऐसे में सराफा व्यवसायियों सहित सोने-चांदी के कारागीरों में जबर्दस्त मायूसी का आलम है.
उल्लेखनीय है कि, विगत वर्ष भी मार्च माह के अंत में लॉकडाउन लागू किया गया था, जो 31 मई तक चला था. इस दौरान गुढी पाडवा पर्व सहित शादी-ब्याह के सीझन दौरान सराफा बाजार को बंद रखना पडा था. इस बार भी लगभग वही स्थिति देखी जा रही है. इस समय राज्य सरकार द्वारा 5 अप्रैल से 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू किया गया है. इसी के दौरान मंगलवार 13 अप्रैल को गुढी पाडवा का पर्व पडा. किंतु गुढी पाडवा जैसे मौके पर सराफा बाजार में रौनक की बजाय सन्नाटे का आलम पसरा पडा था. साथ ही इस वर्ष भी शादी-ब्याह के सीझन से सराफा व्यवसायियों को कोई विशेष उम्मीद नहीं है.
इस संदर्भ में अमरावती सराफा बाजार एसो. के सहसचिव सीमेश श्रॉफ ने बताया कि, विगत एक वर्ष से कोविड संक्रमण के साथ ही एक के बाद एक लॉकडाउन की मार झेलने के बाद सभी वर्ग के लोगों की आर्थिक स्थिति खस्ताहाल है और लोगबाग केवल अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने हेतु जीवनावश्यक वस्तुओं पर ही पैसा खर्च कर रहे है. किंतु गुढी पाडवा, दशहरा व दीपावली जैसे पर्व पर सामान्य से सामान्य व्यक्ति भी कुछ न कुछ मात्रा में सोने-चांदी की खरीददारी करता ही है. साथ ही शादी-ब्याह के सीझन में भी सराफा बाजार में अच्छीखासी ग्राहकी होती है. किंतु विगत एक वर्ष से ऐसा कुछ भी होता दिखाई नहीं दे रहा, क्योेंकि लगातार दूसरी बार ऐन ग्राहकीवाले सीझन के समय सराफा बाजार लॉकडाउन की वजह से बंद है. साथ ही अब पहले जैसी भव्य-दिव्य शादियां भी नहीं हो रही. अत: शादियों पर होनेवाले हर तरह के खर्च में कटौती हो गयी है. जिससे सराफा बाजार भी अछूता नहीं है.

कोरोना संक्रमण की वजह से लगाये गये लॉकडाउन के चलते लगातार दूसरे वर्ष गुढी पाडवा जैसे मुहूर्त पर सराफा व्यवसायियों की दुकाने बंद है. इस दिन सुवर्ण खरीदी का काफी महत्व होता है, लेकिन सराफा बाजार बंद रहने से लोगबाग सुवर्ण खरीदी नहीं कर पाये और उनमें कुछ हद तक निराशा का माहौल है. साथ ही गुढी पाडवा के मुहूर्त पर अमरावती शहर सहित जिले के सराफा बाजार में लाखों रूपयों का आर्थिक व्यवहार हुआ करता था, किंतु विगत दो वर्षों से ऐसा नहीं हो पाया. जिसकी वजह से सराफा व्यवसायियों सहित सोने-चांदी के कारागीरों में मायूसी देखी जा रही है. क्योेंकि उन्हें लगातार दूसरे वर्ष काफी बडे आर्थिक नुकसान का सामना करना पडा है.
– नवरतनमल गांधी
अध्यक्ष, अमरावती सराफा बाजार एसो.

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