राज्य में फिर लग सकते हैं कडे प्रतिबंध
डेप्युटी सीएम अजीत पवार ने दिये संकेेत
* कोविड के नये वायरस के खतरे को लेकर किया आगाह
पुणे/दि.27- विगत कुछ दिनों से राज्य में कोविड संक्रमण का खतरा यद्यपि कुछ हद तक कम हुआ है. किंतु हालात अब भी पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं है और संकट पूरी तरह से टला भी नहीं है. वहीं इन दिनों वैश्विक स्तर पर कोविड वायरस के नये वेरियंट का संक्रमण फैलता दिखाई दे रहा है. जिसके मद्देनजर कल प्रधानमंत्री द्वारा सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में चर्चा की जायेगी. जिसके बाद संभवत: कुछ प्रतिबंध लागू किये जा सकते है. ऐसी जानकारी राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा दी गई है.
बता दें कि, इस समय दक्षिण अफ्रिका में कोविड वायरस का ओमीक्रोम नामक नया वेरियंट पाया गया है. जिसे काफी हद तक खतरनाक भी माना जा रहा है. ऐसे में अब एक बार फिर पूरी दुनिया में लॉकडाउन लगाये जाने का खतरा व्यक्त किया जा रहा है. जिसके तहत भारत में भी कई कडे प्रतिबंध लगाये जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इन्हीं हालात के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्योें के मुख्यमंत्रियों की ऑनलाईन आपात बैठक बुलाई है. जिसमें वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये यभी मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद साधेंगे.
इन्हीं बातों के मद्देनजर राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि, फिलहाल पुणे तथा पिंपरी-चिंचवड में बनाये गये जम्बो कोविड सेंटरों को यथावत ही रखा जायेगा और 31 दिसंबर को आवश्यक समीक्षा करने के बाद कोई अगला निर्णय लिया जायेगा. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, कोविड संक्रमण के चलते मरनेवाले मरीजों के परिजनों को 50 हजार रूपये की सानुग्रह सहायता देने हेतु राज्य सरकार द्वारा अध्यादेश जारी किया गया है. वहीं दूसरी ओर पुणे शहर में मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आने के चलते खुले स्थानों पर होनेवाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु दी गई 50 फीसद उपस्थिति की मर्यादा को शिथिल कर दिया गया है और सवाई गंधर्व भीमसेन महोत्सव सहित दिसंबर माह मेें आयोजीत होनेवाली भीमथडी यात्रा को भी अनुमति दी गई है. किंतु इन सभी स्थानों पर कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का कडाईपूर्वक पालन करना भी अनिवार्य किया गया है.