पदभरती घोटाला मामले में दो संचालकोें के बयान दर्ज
अचलपुर फसल मंडी में लगातार जारी है पुलिस जांच
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फरार चल रहे सहसचिव मंगेश भेटालू की चल रही सरगर्मी से तलाश
परतवाडा प्रतिनिधि/दि.२९ – अचलपुर फसल मंडी में उजागर हुए पद भरती घोटाला मामले में अचलपुर पुलिस द्वारा बडी तेज गति से जांच की जा रहीं है और विगत दिनों मंडी के कुल 18 संचालकों में से 2 संचालकों के बयान दर्ज किये गये है. साथ ही अब एक संचालक के नाम को लेकर जबर्दस्त चर्चाएं चल रही है.
बता दें कि, वर्ष 2019 में अचलपुर कृषि उत्पन्न बाजार समिती में सीधी सेवा भरती के जरिये विविध पदों हेतु ऑनलाईन परीक्षा लेकर पद भरती की गई थी. इस कार्य हेतु विविध संस्थाओं से निविदाएं मंगायी गयी थी और एजेंसी तय हो जाने के बाद बाजार समिती के सहायक सचिव मंगेश भेटालू व चपरासी शैलेश शुक्ला ने आपसी मिलीभगत करते हुए 31 जुलाई 2019 की अंतिम तारीख बीत जाने के बाद 2 अगस्त 2019 को लता बाजपेयी नामक महिला का चपरासी पद हेतु परीक्षा शुल्क जमा करवाया. जिसकी शिकायत दर्ज होने के बाद जिला पुलिस अधिक्षक के आदेश पर इस पूरी पदभरती प्रक्रिया की जांच शुरू की गई. और जांच रिपोर्ट के आधार पर बाजार समिती द्वारा शिकायत दर्ज करायी गयी. जिसके आधार पर परतवाडा पुलिस ने तीन आरोपियोें के खिलाफ अपराध दर्ज किये. साथ ही यह मामला जांच के लिए एक बार फिर अचलपुर पुलिस के सुपुर्द किया गया. जहां पर अब संचालकों के बयान दर्ज करने का काम शुरू किया गया है. जिसके तहत विगत दिनों बाजार समिती के संचालक व उपसमिती सदस्य सतीश व्यास सहित महादेव उर्फ पोपट घोडेराव का बयान दर्ज किया जा चुका है. साथ ही अन्य संचालकों के बयान भी जल्द ही दर्ज किये जायेंगे.
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‘वह’ संचालक कौन है?
इस पदभरती प्रक्रिया में सभी संचालकों ने सर्वसम्मति के साथ केएनके टेक्नॉलॉजी प्रा.लि. नामक कंपनी के साथ करारनामा करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. पश्चात सहायक सचिव मंगेश भेटालू के साथ ही एक संचालक द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप किये जाने की जानकारी इस समय जबर्दस्त चर्चा में है. उस संचालक को लेकर बाजार समिती में कई तरह की चर्चाएं चल रही है. वहीं दूसरी ओर अपने खिलाफ पुलिस द्वारा अपराध जारी किये जाते ही फरार हो चुके सहायक सचिव मंगेश भेटालू तथा चपरासी शैलेश शुक्ला व लता बाजपेयी द्वारा गिरफ्तारी पूर्व जमानत प्राप्त करने के लिए जमकर प्रयास किये जा रहे है, ऐसा भी पता चला है.