अमरावती के 15 प्रकल्पों की स्थिति अपूर्ण
मंथर गति के कारण कई अपार्टमेंट ने पार की मुद्दत
नागपुर/दि.4- महाराष्ट्र स्थायी संपत्ति नियामक प्राधिकरण महारेरा अंतर्गत दी गई मुद्दत के बावजूद अपूर्ण गृह निर्माण प्रकल्पों की सूची घोषित की गई है. जिसमें अमरावती के 15, यवतमाल का 1 और अकोला के 2 प्रकल्प शामिल होने की जानकारी है. इसके पीछे मंद गति से काम भी मुख्य वजह बताई जा रही है. प्रदेश में 533 अपार्टमेंट अधूरे पडे रहने की जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि, विदर्भ के लगभग 50 प्रकल्प अधूरे है. जिससे लोगों का हक का घर का सपना प्रलंबित हो गया है.
उल्लेखनीय है कि महारेरा की स्थापना गृह प्रकल्प समय पर पूर्ण किए जाने को लेकर ही हुई. ऐसे में एक और वर्ष बीत गया. कई प्रकल्प अब तक अधूरे है. लोगों की तमन्ना होती है कि उनका अपना घर हो उसके लिए कई लोग जीवनभर की पूंजी अर्पित कर देते है. ऐसे लोगों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पीएम आवास योजना लाई थी. जिसमें प्रारंभिक राशि लाभार्थियों को दी गई. उसी प्रकार अन्य वर्ग के लिए भी आवास योजना देशभर में साकार की गई.
बिल्डर्स व्दारा समय सीमा का पालन नहीं किए जाने के बहुतेरे मामले सामने आए. जिसके कारण शिकायतों का अंबार लगा. इसी वजह से महारेरा कानून बनाकर निगरानी प्राधिकरण का गठन किया गया. महारेरा ने अपने वेबसाइट पर अधूरे प्रकल्पों की सूची जारी की है. जिसके अनुसार नागपुर के 28, पुणे के सर्वाधिक 120, औरंगाबाद और अमरावती के 15-15, चंद्रपुर के 10, वर्धा के 3 प्रकल्प अधूरे है. देखना होगा नए वित्त वर्ष में यह प्रकल्प कब पूर्ण होते है.