* पिटाई के बाद कोतवाली पुलिस के हवाले किया गया
अमरावती /दि.21– स्थानीय इर्विन अस्पताल में विगत बुधवार को बेलोरा निवासी चंद्रशेखर अंबादास पवार नामक युवक विकलांगता प्रमाणपत्र बनवाने हेतु आया था. जिसे अपनी बातोें में फंसाकर उमेर मिर्जा नामक युवक ने 2 हजार रुपए में दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाकर देने की बात कहीं थी. साथ ही उसका मोबाइल अपने पास लेकर उसके मोबाइल से अपने खाते में 32 हजार रुपए ट्रान्सफर कर लिए थे. जिसकी जानकारी मिलने पर चंद्रशेखर पवार और उसके रिश्तेदारों ने उमेर मिर्जा को खोज निकाला और उसकी जमकर धुनाई करते हुए उसे कोतवाली पुलिस के हवाले किया.
जानकारी के मुताबिक विगत बुधवार को दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने हेतु इर्विन अस्पताल पहुंचे चंद्रशेखर पवा की जब अस्पताल में संबंधित डॉक्टर से भेंट नहीं हुई, तो वह वापिस जाने निकला. तभी उसे उमेर मिर्जा नामक एक शख्स मिला. जिसने बताया कि, वह इर्विन अस्पताल में दलाली का काम करता है और महज 2 हजार रुपए में दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाकर दे सकता है. इस समय चंद्रशेखर पवार ने पैसे देकर सर्टीफिकेट बनवाने की बात से इंकार कर दिया, तो उमेर मिर्जा ने चंद्रशेखर पवार से उसका मोबाइल नंबर लिया और उसे बार-बार फोन करते हुए खुद से मिलने हेतु बुलाने लगा. जिसके चलते जब चंद्रशेखर पवार उससे मिलने पहुंचा, तो उमेर मिर्जा ने चंद्रशेखर पवार का मोबाइल छीनकर उसके अकाउंट से अपने अकाउंट में 32 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रान्सफर कर लिये. यह बात चंद्रशेखर पवार ने अपने दो रिश्तेदारों को बताई, तो दोनों लोगों ने यह कहते हुए उमेर मिर्जा को फोन लगाया कि, उन्हें अपने लिए दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाना है और वे उसे मिलना चाहते है. जिसके बाद उमेर मिर्जा ने उन दोनों को बस स्टैंड रोड स्थित अपने कमरे पर आने के लिए कहा, तो सभी लोग उमेर मिर्जा के कमरे पर पहुंचे. जहां पर सभी ने पहले तो उसकी जमकर धुनाई की और उसे कोतवाली थाने लाकर जमा कराते हुए अपनी शिकायत दर्ज कराई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.