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जल्द शुरू होगी नवाथे मल्टीप्लेक्स के पीएमसी की निविदा प्रक्रिया

  •  नये सिरे से मंगाये जायेंगे टेंडर

  • पुराने पात्र निविदाधारकों के साथ नहीं बन पायी बात

अमरावती/प्रतिनिधि दि.1 – स्थानीय बडनेरा रोड पर नवाथे चौक के निकट मनपा की मिल्कीयतवाली खाली पडी जमीन पर मनपा द्वारा भव्य मल्टीप्लेक्स बनाये जाने का नियोजन किया गया है. जिसका प्राथमिक प्रारूप मनपा के सहायक संचालक नगर रचना विभाग द्वारा तैयार किया जा चुका है. इसके साथ ही मनपा इस व्यापारिक संकूल को भव्य-दिव्य तरीके से बनाना चाहती है. ऐसे में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटन्सी हेतु विशेषज्ञ कंपनियों को आमंत्रित किया जा रहा है. हालांकि इससे पहले इस हेतु निविदा प्रक्रिया पूर्ण की गई थी, किंतु निविदा प्रक्रिया में पात्र रहनेवाली दो कंपनियों के साथ कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते बात नहीं बन पायी. ऐसे में अब मनपा द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटन्सी हेतु नये सिरे से निविदा प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
बता दें कि, स्थानीय नवाथे परिसर में नझूल शिट क्रमांक 64 व भूखंड क्रमांक 7 पर मनपा की मिल्कियतवाली 6 हजार 810 स्क्वेयर मीटर क्षेत्रफलवाली खाली जमीन है. जहां पर मनपा द्वारा विगत कई वर्षों से एक शानदार व्यापारिक संकुल बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इस हेतु विगत दिनों प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटन्सी के लिए विशेषज्ञ कंपनी का चयन करने निविदाएं बुलायी गयी थी. जिसमेें कुल चार कंपनियों द्वारा निविदा प्रस्तुत की गई थी. जिसमें से निविदा खुलने के बाद पुणे की फोर्थ डाईमेंशन आर्किटेक्ट कंपनी तथा ग्वालियर की इंजिनिअरींग कन्सलटन्सी सर्विसेस कंपनी इन दो कंपनियों को पात्र माना गया. किंतु यहीं पर एक बडा तकनीकी पेंच फंस गया था. जानकारी के मुताबिक निविदा प्रक्रिया में दो कंपनियों के पात्र होने के बाद उन्हें विभिन्न मानकों के आधार पर अंक प्रदान किये गये. जिसमें फोर्थ डाइमेंशन को 82 तथा इंजिनिअरींग कन्सलटन्सी को 62 अंक मिले. इसके साथ ही प्रोजेक्ट की कुल लागत की ऐवज में फोर्थ डाइमेंशन कंपनी द्वारा 2.34 प्रतिशत कन्सलटन्सी फीस की निविदा भरी गयी थी और इस कंपनी द्वारा सभी आवश्यक दस्तावेज पेश किये गये थे. वहीं इंजिनिअरींग कन्सलटन्सी द्वारा प्रोजेक्ट लागत की ऐवज में केवल 1.89 प्रतिशत कन्सलटन्सी फीस का उल्लेख निविदा में किया था. किंतु इस कंपनी द्वारा तमाम आवश्यक दस्तावेज पेश नहीं किये गये. साथ ही प्रस्तुत किये गये दस्तावेजों में भी कुछ त्रृटिया पायी गयी थी. बता दें कि, सरकारी कामों की निविदा प्रक्रिया में सबसे कम दर पर काम करने हेतु तैयार एजन्सी को ही काम दिया जाता है. वहीं नगरोत्थान योजना के तहत तीन प्रतिशत तक कन्सलटन्सी फीस दिये जाने का प्रावधान है और निजी भागीदारी के साथ बनाये जानेवाले किसी भी प्रोजेक्ट में दो प्रतिशत से अधिक कन्सलटन्सी फीस नहीं दी जा सकती. ऐसे में तमाम दस्तावेज पेश करनेवाले फोर्थ डाइमेंशन की दरें 2 प्रतिशत से अधिक थी, वहीं 2 प्रतिशत से कम दर देनेवाले इंजिनिअरींग कन्सलटन्सी सर्विसेस के दस्तावेजों में त्रृटि पायी गयी. अत: इस कन्सलटन्सी का ठेका किसे दिया जाये, इसे लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं किया जा सका है. पता चला है कि, निगमायुक्त प्रशांत रोडे द्वारा फोर्थ डाईमेंशन आर्किटेक्ट कंपनी के साथ कन्सलटन्सी शुल्क को कम करने हेतु चर्चाओं के कुछ दौर किये गये, लेकिन फोर्थ डाईमेंशन कंपनी अपने रेट कम करने हेतु तैयार नहीं हुई. ऐसे में अब दोनों कंपनियों के टेंडर को खारिज करते हुए मनपा प्रशासन द्वारा लगातार चौथी बार प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटन्सी हेतु शॉर्ट टेंडर नोटीस जारी की जा रही है. मनपा सूत्रों के मुताबिक इस प्रक्रिया को बहुत जल्द पूरा कर लिया जायेगा. जिसके बाद नवाथे मल्टीप्लेक्स के प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटन्सी हेतु विशेषज्ञ कंपनी का चयन किया जायेगा.

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