एक माह में शुरू हो जायेगी तीसरी शवदाहिनी
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मोक्षधाम में ऑर्डर बुक करने के साथ ही अग्रिम भुगतान भी किया
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श्मशान भूमि संस्था के अध्यक्ष एड. अटल ने दी जानकारी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.25 – स्थानीय हिंदू श्मशान संस्था द्वारा संचालित हिंदू मोक्षधाम में स्थित गैस शवदाहिनी में गैस के जरिये पार्थिव शरीरों का दाह संस्कार करने हेतु अगले माह तीसरी मशीन स्थापित कर दी जायेगी. जिसके लिए हिंदू श्मशान भूमि संस्था द्वारा संबंधित कंपनी के पास ऑर्डर बुक करने के साथ ही मशीन का अग्रीम भुगतान भी कर दिया गया है. इस आशय की जानकारी हिंदू श्मशान भूमि संस्था के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल द्वारा दी गई है.
बता दें कि, हिंदू मोक्षधाम स्थित गैस शवदाहिनी प्रकल्प में पहले से दो मशीने कार्यरत है. जिसमें से एक मशीन में विगत दिनों कुछ तकनीकी दिक्कते आ गई थी. इसी समय अमरावती के कोविड अस्पतालों में कोरोना संक्रमण के चलते बडे पैमाने पर कोविड संक्रमित मरीजों की मौत हो रही थी. जिनके पार्थिव शरीरों का अंतिम संस्कार गैस शवदाहिनी में ही किया जा रहा था. किंतु गैस शवदाहिनी में एक ही मशीन उपलब्ध थी. जिसकी वजह से यहां पर कोविड संक्रमण की वजह से मृत हुए लोगों के पार्थिव शरीरों का अंतिम संस्कार पारंपारिक तरीके से लकडियों की चिता पर करना पड रहा था. साथ ही इस दौरान अन्य वजहों के चलते भी कई लोगों की मौते हुई. ऐसे में हिंदू श्मशान भूमि में पार्थिव शरीरों के अंतिम संस्कार हेतु जगह कम पडने लग गयी थी. अत: हिंदू मोक्षधाम संस्था द्वारा तुरंत ही दूसरी गैस शवदाहिनी को सुधारकर ठीक करते हुए यहां पर तीसरी गैस शवदाहिनी स्थापित करने के प्रयास शुरू किये गये. जिसके तहत मनपा सहित स्थानीय सामाजिक संगठनों व दानवीर लोगोें से सहयोग मांगा गया. साथ ही गैस शवदाहिनी मशीन बनानेवाली कंपनी से भी संपर्क किया गया. पश्चात कंपनी के लोगों ने अमरावती आकर श्मशान भूमि में गैस शवदाहिनी की तीसरी मशीन लगाने हेतु जगह का मुआयना किया. इस समय संस्था द्वारा कंपनी को मशीन का ऑर्डर देने के साथ ही मशीन की कीमत का अग्रीम भुगतान भी धनादेश के जरिये किया गया. इस आशय की जानकारी देते हुए हिंदू श्मशान भूमि संस्था के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल ने बताया कि, तीसरी मशीन स्थापित होने में करीब एक माह का समय लगेगा. साथ ही साथ पहले से लगायी गयी दो पुरानी मशीनों का भी अपडेटेड वर्जन लगाया जायेगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, इन दिनों कोरोना संक्रमण की वजह से मृत होनेवाले लोगों के रोजाना चार-पांच पार्थिव ही आ रहे है तथा दिनभर के दौरान कुल 10 से 15 पार्थिव शरीरों का हिंदू मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया जा रहा है. ऐसे में फिलहाल अंतिम संस्कार को लेकर जगह अथवा साधनों की कमी जैसी कोई दिक्कत नहीं है.